पाकिस्तान एक बार फिर से अमेरिका और उसके सहयोगियों से हथियार खरीद की तरफ बढ़ रहा है। पाकिस्तान की हथियार खरीद में प्रमुख बिचौलिया तबानी ग्रुप अमेरिकी कंपनियों के साथ काम कर रहा है। यह कंपनी पहले रूस से हथियार खरीदने में मदद करती थी। ऐसा करते हुए पाकिस्तान ने रूस पर सैन्य निर्भरता कम करने और अमेरिका के साथ संबंध सुधारने का प्रयास किया है। यह कदम भारत की अमेरिका से बढ़ती नजदीकी का मुकाबला करने की कोशिश भी है।