बांग्लादेश व म्यांमार के घुसपैठियों ने दिल्ली में आबादी के स्वरूप (डेमोग्राफी) को बदल दिया है। सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक परिदृश्य तो बदला ही है, चुनावी प्रक्रिया भी कमजोर हो रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार समेत दूसरी बुनियादी जरूरतों पर दबाब से दिल्ली की मूल आबादी में आक्रोश फैल रहा है। यह खुलासा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और टाटा इंस्टीटयूट ऑफ सोशल साइंस की रिपोर्ट में हुआ है।