India News (इंडिया न्यूज),Raja Raghuvanshi murder case:मध्य प्रदेश के राजा रघुवंशी ने 11 मई 2025 सोनम से शादी की। दोनों परिवार इस शादी से बेहद खुश थे। शादी के बाद हर जोड़े की तरह राजा-सोनम ने भी हनीमून पर जाने की योजना बनाई। पहले तय हुआ कि दोनों असम के कामाख्या देवी मंदिर जाएंगे। फिर वहां से कश्मीर के लिए रवाना होंगे। दोनों सबसे पहले 20 मई को असम के कामाख्या देवी मंदिर पहुंचे। फिर यहां उन्होंने कश्मीर की जगह मेघालय जाने का प्लान बनाया। दोनों 20 मई को ही मेघालय पहुंच गए। हालांकि मेघालय में दोनों के साथ जो हुआ, उसने पूरे देश में सनसनी मचा दी।पुलिस के मुताबिक 22 मई को यह जोड़ा किराए के स्कूटर से मावलखियात गांव पहुंचा और वहां से 3000 सीढ़ियां उतरकर नोंग्रियात गांव में मशहूर ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने गया। रात भर वे एक होमस्टे में रुके। फिर 23 मई को सुबह दोनों वहां से निकल गए। कुछ घंटों बाद दोनों लापता हो गए।
गाइड भकुपर वंशाई ने बताया कि मावलखैत से नोंग्रियात पहुंचने में करीब तीन घंटे लगते हैं। इसमें करीब 3,000 सीढ़ियां उतरनी पड़ती हैं। दंपत्ति ने 22 मई को मुझे फोन किया। शाम के 3:30 बज रहे थे। मैंने मना नहीं किया और उन्हें नोंग्रियात ले जाने का फैसला किया। उन्हें शिप्रा होमस्टे पर छोड़ने के बाद मैं वहां से निकल गया। उनके साथ एक और गाइड अल्बर्ट पाडे भी थे। वंशाई ने बताया- हमने अगले दिन (23 मई) भी अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। लेकिन उन्होंने (दंपत्ति ने) मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें रास्ता पता है। वंशाई ने पुलिस को बताया कि सोनम ज्यादातर अंग्रेजी में बात कर रही थी।
Raja Raghuvanshi murder case
दंपत्ति 23 मई को सुबह 6 बजे होमस्टे से निकले थे। अल्बर्ट पाडे दंपत्ति को देखने वाले आखिरी व्यक्ति थे। उन्होंने दंपत्ति को सुबह 10 बजे मावलखैत गांव की ओर 3,000 सीढ़ियां चढ़ते देखा था। उनके साथ तीन लोग थे, जिन्हें उन्होंने पर्यटक समझा। इसके बाद सोनम और राजा दोनों लापता हो गए। पाडे के अनुसार- जब उन्होंने राजा-सोनम को देखा तो चार आदमी आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी। चारों आदमी हिंदी में बात कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या कह रहे हैं, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। गाइड ने दावा किया- जब तक मैं मावलखैत पहुंचा, तब तक उनका स्कूटर वहां नहीं था।
दोनों की तलाश चल रही थी, इसी बीच सोनम और उसकी सास के बीच बातचीत का ऑडियो सामने आया। सास ने पूछा कि कुछ खाया है? सोनम ने कहा- ‘यहां कुछ नहीं मिलता। मैंने एक जगह दूध लिया, आधे गिलास दूध में बहुत सारा पानी मिला हुआ था। मैंने कॉफी ली, वह भी बेकार थी। मैंने उसे फेंक दिया।’ सोनम ने यह भी बताया था कि वे यहां झरना देखने जा रहे हैं। इसके बाद फोन कट गया।
2 जून को राजा का शव फिर से वेइसाडोंग झरने के पास गहरी खाई में मिला। शव बुरी तरह सड़ चुका था। राजा के भाई विपिन ने शव की पहचान की। वह भी उसके हाथ पर बने ‘राजा’ टैटू से। लेकिन सोनम नहीं मिली। शुरू में लगा कि दोनों की मौत एक्सीडेंट में हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि राजा की हत्या धारदार हथियार से की गई है। राजा रघुवंशी के भाई विपिन के मुताबिक, जिस इलाके में ये लोग गए थे, वह अपराध के लिए बदनाम है। बांग्लादेश इस इलाके से काफी नजदीक है। यहां आने वाले जोड़ों से लड़की का अपहरण कर बांग्लादेश ले जाया जाता है।
पुलिस की टीमें सोनम की तलाश करती रहीं। फिर इसके सात दिन बाद ही पुलिस को मामले में बड़ी सफलता मिली। 9 जून को पुलिस ने सोनम को यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार किया। इसकी पुष्टि गाजीपुर के एडिशनल एसपी ज्ञानेंद्र प्रसाद ने की। मेघालय के डीजीपी ने कहा- राजा की पत्नी सोनम हत्याकांड में शामिल थी। उसने ही राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारे बुलाए थे।
पुलिस ने तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार किया है जो मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। एक आरोपी की तलाश अभी भी जारी है। गाजीपुर पुलिस के मुताबिक सोनम रघुवंशी यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिली थी। वह बदहवास हालत में थी। वह अभी इस घटना पर कुछ भी नहीं बोल रही है। दरअसल, सोनम ने अपने परिवार से संपर्क करने के लिए फोन का इस्तेमाल किया था जिसके बाद पुलिस सोनम तक पहुंची। फिलहाल सोनम को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है। अब देखना यह है कि मामले में क्या खुलासे होते हैं।
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