India News (इंडिया न्यूज़), Smartphone in Toilet, नई दिल्ली: कोविड-19 के बाद से लोग अपने स्वास्थ के प्रति अधिक सचेत हो गए हैं। समय-समय पर अपने हाथों को सेनेटाइज करने के साथ दिन भर में हर व्यक्ति अमूमन 6 से 8 बार अपने हाथों को धोता है। हालांकि इतनी बार हाथ धोने और सेनेटाइज करने के बावजूद आप हजारों बैक्टीरिया के सम्पर्क में रहते हैं। इसकी वजह है आपका स्मार्टफोन। एक स्टडी में कहा गया है कि हमारे स्मार्टफोन पर टॉयलेट सीट से 10 गुना ज्यादा बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ पर बुरा असर डालते हैं।
टॉयलेट सीट पर हो रहे सभी काम
नॉर्डवीपीएन के एक अध्ययन में पाया गया कि 10 में से 6 लोग, विशेषकर युवा अपने फोन को वॉशरूम में ले जाते हैं। स्टडी में भाग लेने वालों में से 61.6% लोगों ने ये स्वीकार किया कि वे टॉयलेट सीट पर बैठकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट को चेक करते हैं। 33.9% लोग करंट अफेयर्स जबकि 24.5% लोग चैटिंग करते हैं। स्टडी में यह भी पाया गया कि लोग लाइफ से जुड़ी हर परेशानी और उसका समाधान भी टॉयलेट सीट पर ही डिस्कस करते हैं।
हर समय स्मार्टफोन यूज करने की आदत वैसे ही खराब है। लेकिन टॉयलेट सीट पर इसका इस्तेमाल करने से खतरा और बढ़ जाता है। टॉयलेट सीट में मौजूद बैक्टीरिया स्मार्टफोन के सरफेस तक आ जाते हैं और फिर ये हाथों के जरिए शरीर में जाते हैं। इससे गंभीर स्वास्थ समस्याएं हो सकती हैं।
डिजिटल युग का मच्छर है टच स्क्रीन
रिपोर्ट में ये कहा गया कि मोबाइल फोन की स्क्रीन पर बैक्टीरिया 28 दिनों तक जीवित रह सकते हैं। एक अन्य रिपोर्ट में इन्फेक्शन कंट्रोल विशेषज्ञ डॉ. ह्यू हेडन ने बताया कि स्मार्टफोन में टॉयलेट सीटों से 10 गुना ज्यादा बैक्टीरिया होना एक स्थापित तथ्य है। उन्होंने कहा कि स्मार्टफोन की टचस्क्रीन डिजिटल युग का मच्छर है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप स्मार्टफोन, इयरबड्स अदि को वाशरूम में न ले जाएं और अपने स्वास्थ का ध्यान रखें।
यह भी पढ़ें-
- 1 जुलाई को रसोई गैस से लेकर बैंकिंग तक होंगे ये बड़े बदलाव, जानें पूरी डिटेल
- एयरटेल को पछाड़ कर जियो ने जोड़े सबसे ज्यादा नए ग्राहक, ट्राई ने जारी किए आंकड़े