India News (इंडिया न्यूज़), Bike Alloy Wheels, नई दिल्ली: वर्तमान में बाइक व्हील्स में दो तरह के विकल्प मिलते हैं। एक स्पोक व्हील्स और दूसरा अलॉय व्हील्स। पहले अधिकतर बाइक्स में स्पोक व्हील्स दिए जाते थे। हालांकि अब ज्यादातर कंपनियां टू व्हीलर्स में अलॉय व्हील्स लगाने लगी हैं। कंपनियां किसी भी बाइक को अलॉय और स्पोक व्हील्स के अलग-अलग वेरिएंट्स में पेश करती हैं। दोनों ही विकल्प ग्राहकों को खूब पसंद आते हैं। हालांकि अलॉय व्हील्स वाले वेरिएंट्स की कीमत अधिक होती है, जबकि स्पोक व्हील्स वेरिएंट थोड़े सस्ते में मिलते हैं। बहुत से लोग शुरू में स्पोक व्हील्स वेरिएंट को खरीद लेते हैं, और कुछ समय बाद वे इसे ऑफ्टरमार्केट अलॉय व्हील्स से रिप्लेस करा लेते हैं। इसके बहुत से नुकसान भी होते हैं। चलिए जानते हैं कि आफ्टरमार्कट अलॉय व्हील्स लगवाने से आपकी बाइक में क्या नुकसान हो सकते हैं।
ये होते हैं नुकसान
अलॉय व्हील कम लचीले होते हैं। जब यह किसी चीज से तेजी से टकराते हैं तो तेज फोर्स को अब्जॉर्ब नहीं कर पाते हैं। इससे यह स्पोक व्हील के मुकाबले जल्दी टूट जाते हैं। वहीं स्पोक व्हील्स अधिक फोर्स अब्जॉर्ब कर लेते हैं।
स्पोक व्हील्स के मुकाबले अलॉय व्हील की कीमत ज्यादा होती है। टूटने की स्थिति में इनके रिपेयर होने की संभावना भी कम होती है। जबकि स्पोक व्हील्स को आसानी से रिपेयर किया जा सकता है। इसके अलावा आमतौर पर बाजार में मिलने वाले अलॉय व्हील्स पर वारंटी नहीं मिलती है। ऐसे में अलॉय व्हील के टूटने पर आपको खुद ही इसका नुकसान उठाना पड़ेगा।
अलॉय व्हील हल्की क्वालिटी के होते हैं। इससे तेज स्पीड में बाइक स्टेबिलिटी और बैलेंसिंग कम हो जाती है और एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही क्रॉसवाइंड होने पर भी हल्के व्हील्स में अधिक स्टेबिलिटी नहीं मिलती है। जिससे बाइक पर नियंत्रण रख पाना काफी मुश्किल होता है।
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