India News (इंडिया न्यूज), Gaganyaan Mission: कई बाधाएं आने के बाद भी हार ना मानते हुए इसरो ने गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है। शनिवार सुबह 10 बजे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से गगनयान के क्रू मॉड्यूल को सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है। चंद्रयान 3 की सफलता इसरो का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। बता दें कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंतरिक्ष कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए 2040 तक चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रि भेजने का ऐलान किया था। इसके अलावा उन्होंने बताया कि 2032 तक इसरो के निर्देशन में अंतरिक्ष में भारत अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा।
‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’
खबर एजेंसी की मानें तो प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया है कि भारत को अब नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्यों का लक्ष्य रखना चाहिए, जिसमें 2035 तक ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’ (भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन) स्थापित करना और 2040 तक चंद्रमा पर पहला भारतीय भेजना शामिल है। ईसरो इसके लिए इस दृष्टिकोण को साकार करने के लिए, अंतरिक्ष विभाग मून एक्सप्लोरेशन के लिए एक रोडमैप विकसित करेगा।
गगनयान मिशन का लक्ष्य
आपको बता दें कि गगनयान मिशन का उद्देश्य 2025 में 3 दिवसीय मिशन के तहत मनुष्यों को 400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना है। साथ ही उन्हें सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाना है।
होल्ड करना पड़ा था मिशन
इससे पहले इसरो के गगनयान मिशन की पहली टेस्ट फ्लाइट को होल्ड पर रखा गया था। तब इसरो प्रमुख ने लॉन्चिंग टलने पर कहा था कि ‘हम यह पता लगा रहे कि क्या गड़बड़ी हुई। आगे उन्होंने कहा, ‘टेस्ट व्हीकल पूरी तरह सुरक्षित है लेकिन इंजन समय पर चालू नहीं हो पाए। इसरो खामियों का विश्लेषण करेगा और जल्द ही इसे दुरुस्त किया जाएगा।’ लिफ्ट बंद करने का समय स्थगित कर दिया गया। लेकिन फिर से इसे शुरु किया गया।
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