टेक डेस्क/नई दिल्ली (‘DigiYatra’ was rolled out in those three airports in the first phase in December last year): दिल्ली की आईजीआई एयरपोर्ट के बाद अब कोलकाता एयरपोर्ट से यात्रा करने वाले यात्री डिजीयात्रा का उपयोग कर सकेंगे। यात्री अब अपनी उड़ानों के लिए चेहरे की पहचान करने वाली तकनीक डिजीयात्रा से चेक-इन कर सकेंगे। दिल्ली, बेंगलुरु और वाराणसी एयरपोर्ट के बाद अब कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश में चौथा हवाई अड्डा है, जो हवाई यात्रियों के लिए एक सहज प्रवेश की सुविधा प्रदान करता है।

  • यात्रियों को बेहतर सुविधा देना लक्ष्य
  • इन एयरलाइन्स के यात्री उठा पाएंगे लाभ
  • इन गेट्स पर मौजूद है ये सुविधा
  • ऐसे उठा सकते हैं लाभ

यात्रियों को बेहतर सुविधा देना लक्ष्य

केंद्र सरकार ने पिछले साल दिसंबर में पहले चरण में इन तीनों हवाईअड्डों पर ‘डिजीयात्रा’ की शुरुआत की थी। कोलकाता एयरपोर्ट के एक बयान के अनुसार, “इसका मुख्य उद्देश्य कई स्पर्श बिंदुओं पर टिकट और आईडी के सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त करके यात्रियों के अनुभव को बढ़ाना और मौजूदा बुनियादी ढांचे के माध्यम से यात्रियों की बेहतर आवाजाही को प्राप्त करना है।”

इन एयरलाइन्स के यात्री उठा पाएंगे लाभ

जानकारी के मुताबिक कोलकाता एयरपोर्ट पर डिजीयात्रा का ट्रायल 21 फरवरी से शुरू हो चुका है और अब तक 9,206 यात्रियों ने डिजीयात्री की सुविधा का उपयोग कर चुके हैं। बयान में कहा गया है कि एयर इंडिया, इंडिगो, गोफर्स्ट, विस्तारा और स्पाइसजेट के माध्यम से यात्रा करने वाले यात्री कोलकाता हवाई अड्डे पर डिजीयात्रा का उपयोग कर सकेंगे।

इन गेट्स पर मौजूद है ये सुविधा

यात्री डिपार्चर गेट 2बी और 3ए, सिक्योरिटी होल्ड एरिया 1, 2 और 3 और बोर्डिंग गेट 18, 19, 20, 21, 22 और 23 पर इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकेंगे। कोलकाता हवाईअड्डे के निदेशक सी पट्टाभि ने सुविधा का उद्घाटन करते हुए कहा, “इससे यात्रियों की तेज आवाजाही, कागज रहित यात्रा, अधिक सुरक्षा और हवाईअड्डे के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा।”

उन्होंने कहा कि यात्री अब हवाईअड्डे पर खरीदारी करने, भोजन और पेय पदार्थों के अलावा अन्य सेवाओं का आनंद लेने में अधिक समय बिता सकेंगे।

ऐसे उठा सकते हैं लाभ

डिजीयात्रा सेवा का लाभ उठाने के लिए यात्री को खुद को आधार की मदद से डिजीयात्रा ऐप पर रजिस्टर करना होगा और अपनी एक सेल्फी डालना होगा। अगली स्टेप में बोर्डिंग पास को स्कैन करना होता है और क्रेडेंशियल्स को हवाई अड्डे के साथ साझा किया जाता है। हवाई अड्डे के ई-गेट पर, एक पंजीकृत यात्री को पहले बार-कोडेड बोर्डिंग पास को स्कैन करना होगा और ई-गेट पर स्थापित फेशियल रिकग्निशन सिस्टम यात्री की पहचान और यात्रा दस्तावेज को मान्य करेगा।

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