India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan 3: आज पूरी दुनिया की निगाहें हमारे देश के चंद्रयान 3 पर है। भारत के लिए यह बहुत खास दिन है। जान लें कि आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर तस्वीरें साफ हो जाएंगी। जब चंद्रयान 3 चांद की सतह पर लैंड करेगा।

इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (Indian Space Research Organization-ISRO) इस मिशन को अंजाम दे रही है। इसरो चांद के साउथ पोल पर इसकी सॉफ्ट लैंडिंग कराएगी। अगर सफल लैंडिंग होता है तो भारत साउथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला पहला देश बन जाएगा।

जान लें कि चंद्रयान 3 मिशन में भारी भरकम रॉकेट का इस्तेमाल किया गया है। कहा जा रहा है कि इस रॉकेट में जितना फ्यूल का उपयोग किया गया है। उतने में मारुति ऑल्टो जैसी कार आपके के अंदाजे से भी ज्यादा दूरी तय कर सकती है। चलिए जानते हैं कि अगर  मारुति ऑल्टो जैसी कार में चंद्रयान 3 जीतना फ्यूल का इस्तेमाल किया जाए तो कितनी दूरी तय कर सकती है।

चंद्रयान 3 के बारे में

  • चंद्रयान 3 का जो रॉकेट है उसकी ऊंचाई 43.5 मीटर है।
  • वजन 642 टन है।
  • रॉकेट को उड़ाने के लिए फ्यूल टैंक की कैपेसिटी 27,000 किलोग्राम से ज्यादा है।
  • एक समय पर इस रॉकेट की स्पीड 36,000 किमी/घंटा भी रही है।

कितना  किलोमीटर दौड़ेगी ऑल्टो

चंद्रयान 3 स्पेसक्राफ्ट के जितना फ्यूल  मारुति ऑल्टो में इस्तेमाल किया जाए तो क्या होगा ये जानकर आप हैरान हो जाएंगे। मारुति सुजुकी के अनुसार सीएनजी पर ऑल्टो 31.59 किमी/किलोग्राम का माइलेज देती है। इस हिसाब से 27,000 किलोग्राम सीएनजी में यह कार लगभग 8.5 लाख किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है।

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