India News (इंडिया न्यूज), Bihar Cyber Crime: बिहार में साइबर अपराधों की बढ़ती समस्या पर काबू पाने के लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की है। हाल ही में, ईओयू ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में स्थित दस बैंक शाखाओं की पहचान की है, जहां बड़ी संख्या में म्यूल खाते खोले गए थे। इन खातों का उपयोग साइबर अपराधियों द्वारा ठगी के पैसों को एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर करने के लिए किया जा रहा था।

संदिग्ध लेन-देन की जांच शुरू

ईओयू ने इन बैंकों में संदिग्ध लेन-देन की जांच शुरू कर दी है और केंद्र सरकार तथा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को इन शाखाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है। इन शाखाओं में ज्यादातर खातों का संचालन निजी बैंकों द्वारा किया जा रहा था, जिनमें से अधिकांश खाते पटना शहर में पाए गए हैं, जबकि कुछ सिवान, पूर्णिया और बेतिया में भी हैं।

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म्यूल खाते ऐसे बैंक खाते होते हैं, जिन्हें किसी दूसरे के नाम पर खोला जाता है और जिनका इस्तेमाल अपराधी ठगी के पैसों को ठिकाने लगाने के लिए करते हैं। इन खातों के जरिए बड़ी संख्या में संदिग्ध लेन-देन होते हैं, जो अपराधियों को पैसा सफेद करने में मदद करते हैं।

म्यूल खातों से मिलेगी पूरी जानकारी

ईओयू ने जिन दस शाखाओं की पहचान की है, उनमें से कई में सैकड़ों संदिग्ध लेन-देन हुए हैं। उदाहरण के लिए, पटना के एक निजी बैंक की शाखा में 62 म्यूल खातों से 502 संदिग्ध लेन-देन हुए हैं। इस प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने के लिए ईओयू ने केंद्रीय मंत्रालयों से मदद की अपील की है, ताकि साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण लगाया जा सके।

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