India News (इंडिया न्यूज), BPSC student protest: बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग के बीच बिहार लोक सेवा आयोग ने जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर उर्फ ​​पीके को कानूनी नोटिस भेजा है। आयोग के वकील ने बिहार लोक सेवा आयोग पर लगाए गए आरोपों के संबंध में तथ्यों के साथ जवाब मांगा है। आपको बता दें कि प्रशांत किशोर ने बीपीएससी परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के तहत कहा गया था कि बीपीएससी में हर पद के लिए 30 लाख से डेढ़ करोड़ रुपये का सौदा किया जाता है। अब आयोग ऐसे आरोपों को गंभीरता से ले रहा है और कार्रवाई करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।

जानें क्या है पूरा मामला

पटना हाईकोर्ट के वकील संजय सिंह ने प्रशांत किशोर को नोटिस भेजकर सबूत देने को कहा है, इसके साथ ही बीपीएससी ने प्रशांत किशोर का एक वीडियो क्लिप भी भेजा है। इसमें प्रशांत किशोर नौकरियों में पैसों के लेन-देन की बात करते नजर आ रहे हैं। इसमें प्रशांत किशोर कहते नजर आ रहे हैं कि बीपीएससी परीक्षा में एक पद के लिए तीस लाख से डेढ़ करोड़ रुपये लिए जा रहे हैं। यह एक हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला है।

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इस वीडियो में क्या बोल रहे हैं प्रशांत किशोर

पीके इस वीडियो में यह भी कहते नजर आ रहे हैं कि बीपीएससी गलत इसलिए कर पा रही है क्योंकि उसके पीछे सरकार खड़ी है। क्योंकि सरकार के लोग भ्रष्टाचार कर पा रहे हैं, क्योंकि सरकार के लोग लूट रहे हैं और बीपीएससी परीक्षा में आने वाली आधी से ज्यादा सीटें पहले ही बिक चुकी हैं। आयोग ने इस आरोप को लेकर प्रशांत किशोर से जवाब मांगते हुए अब इस मुद्दे को कानूनी कार्रवाई की ओर मोड़ दिया है।

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प्रशांत किशोर पर हो सकती है कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक अगर प्रशांत किशोर सबूत पेश नहीं कर पाते हैं या नहीं देते हैं तो बीपीएससी आईटी एक्ट समेत विभिन्न अधिनियमों के तहत कार्रवाई की अनुशंसा करेगी। आपको बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कर दोबारा परीक्षा आयोजित करने का मामला कोर्ट में है। पटना हाईकोर्ट इसके लिए दायर रिट याचिका पर 15 फरवरी को सुनवाई करेगा।