India News (इंडिया न्यूज), Acharya Kishor Kunal: बिहार सरकार ने पूर्व आईपीएस अधिकारी और समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल को मरणोपरांत देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण, से सम्मानित करने की सिफारिश की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस निर्णय का ऐलान करते हुए कहा कि यह सम्मान आचार्य कुणाल की समाज सेवा और समर्पण के प्रति राज्य और देश की श्रद्धांजलि है।
महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव थे किशोर कुणाल
आचार्य किशोर कुणाल का नाम बिहार में धार्मिक और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में विशेष रूप से प्रसिद्ध है। वह महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव के रूप में प्रसिद्ध हुए, जो बिहार के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक पटना के महावीर मंदिर का प्रबंधन करता है। उनके नेतृत्व में ट्रस्ट ने समाज के हर तबके तक अपनी सेवाएँ पहुँचाईं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और धार्मिक पुनर्निर्माण जैसी कई प्रमुख गतिविधियाँ शामिल थीं।
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नीतीश सरकार ने क्यों लिया ये फैसला?
इसके अलावा, महावीर मंदिर ट्रस्ट बिहार के विभिन्न अस्पतालों का भी संचालन करता है।अपने आईपीएस करियर के दौरान आचार्य कुणाल ने कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। विशेष रूप से, 1990 के दशक में राम जन्मभूमि विवाद के समाधान के लिए गठित “अयोध्या सेल” के विशेष कार्याधिकारी के रूप में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके प्रयासों ने इस विवाद को सुलझाने में अहम योगदान दिया। नीतीश कुमार ने आचार्य किशोर कुणाल को मरणोपरांत यह सम्मान मिलने को बिहार के लिए गर्व की बात बताया। उनके योगदान को श्रद्धांजलि के रूप में यह सम्मान दिया जा रहा है।