India News (इंडिया न्यूज), BPSC Protest: बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी (BPSC) छात्रों का विरोध प्रदर्शन रविवार को उग्र हो गया। छात्रों द्वारा अपनी मांगों को लेकर किया गया प्रदर्शन पुलिस की लाठीचार्ज में तब्दील हो गया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए। इस घटना के बाद, छात्र संगठनों ने सोमवार को बिहार में चक्का जाम और बिहार बंद का ऐलान किया है। छात्र संघों का कहना है कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन सरकार ने इसे हिंसक बनाने की साजिश की है।

सभी संगठनों ने किया समर्थन

AISA ने बिहार बंद का भी ऐलान किया है। इस दौरान रेल सेवाएं भी रोकी जाएंगी। RYA ने भी इसका समर्थन किया है। CPIM ने कहा कि इस बहरी और जिद्दी सरकार के कानों तक आवाज पहुंचाने के लिए यह चक्का जाम जरूरी है। CPIML ने अन्य विपक्षी दलों से भी समर्थन मांगा है। इसी बीच, बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक फेसबुक पोस्ट के माध्यम से भाजपा और उनके सहयोगियों पर जमकर हमला बोला।

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तेजस्वी यादव ने लगाया बड़ा आरोप

हालांकि, तेजस्वी ने सीधे तौर पर नाम नहीं लिया, लेकिन उनके निशाने पर भाजपा समर्थित नेताओं की ‘बी टीम’ थी। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के इशारे पर कुछ लोगों ने इस आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “जो ताकत भूख हड़ताल में थी, वो कुछ और ही थी। बीपीएससी आंदोलन को गुमराह करने की कोशिश की गई। हम भी गांधी मैदान में 5 लाख लोगों को बुला सकते थे, लेकिन हम राजनीति नहीं कर रहे थे।

आंदोलन में साजिश का इल्जाम

आंदोलन को शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने दिया गया था, लेकिन अब कुछ लोगों ने इसे गांधी मैदान तक ले जाकर छात्रों पर एफआईआर करवाने की साजिश की।” तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि इस हिंसा और आंदोलन के पीछे की साजिश का उद्देश्य छात्रों को डराना और उन्हें परीक्षा से वंचित करना था।

उनके मुताबिक, यह सब बीजेपी के इशारे पर किया गया ताकि आंदोलन को कमजोर किया जा सके। अब, यह देखना होगा कि बिहार में छात्रों का आंदोलन किस दिशा में जाएगा और सरकार इसे किस तरह से संभालने की कोशिश करती है।

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