India News (इंडिया न्यूज), DMCH: बिहार के दरभंगा के डीएमसीएच (दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) के गायनिक विभाग में एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, जाले थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर पश्चिमी निवासी अंजला कुमारी का 8 अक्टूबर को सीज़ेरियन ऑपरेशन के माध्यम से पुत्र जन्म हुआ था। लेकिन ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने महिला के पेट में टेट्रा (ब्लड साफ करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला कपड़ा) छोड़ दिया, जिससे महिला को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगीं। इस लापरवाही पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। चारों तरफ इस खबर की चर्चा हो रही है।

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जानें पूरी घटना

ऑपरेशन के बाद 14 अक्टूबर को महिला को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। लेकिन घर लौटने के कुछ ही दिनों बाद ऑपरेशन के स्थान पर दर्द शुरू हो गया और घाव ठीक नहीं हो रहा था। लगातार परेशानी के बाद परिजनों ने महिला का इलाज स्थानीय डॉक्टर से कराया, जहां जांच के दौरान पेट में टेट्रा होने का खुलासा हुआ। ये खबर सुनते ही इलाके में हाहाकार मच गया। इसके बाद, स्थानीय डॉक्टर ने फौरन ऑपरेशन कर टेट्रा को निकाला, जिसके बाद परिजनों ने इस मामले की शिकायत डीएमसीएच प्रशासन से की। फिलहाल, इस मामले में डीएमसीएच की अधीक्षक डॉ. अलका झा ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और उन्होंने तुरंत एम्बुलेंस भेजकर मरीज को अस्पताल बुलवाया।

डॉक्टर हुए अलर्ट

वापस ऑपरेशन के बाद अभी मरीज का इलाज जारी है और उनकी प्राथमिकता मरीज के घाव का संक्रमण रोकना है। ऐसे में, डॉ. झा ने कहा कि वह स्वयं मामले की निगरानी कर रही हैं और जांच की आवश्यकता होने पर इसकी विस्तृत जांच कराई जाएगी। साथ ही, डॉ. झा ने इलाज कर रहे डॉक्टरों को सख्त निर्देश दिए हैं और मरीज से मुलाकात कर स्थिति की जानकारी ली है। यह घटना अस्पताल की गंभीर लापरवाही को उजागर करती है और प्रशासन ने मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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