India News (इंडिया न्यूज), Muzaffarpur Police: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस कस्टडी में एक युवक की संदिग्ध मौत के बाद बवाल मच गया। मामला कांटी थाना क्षेत्र का है, जहां बाइक चोरी के आरोप में पुलिस ने शिवम झा नामक युवक को गिरफ्तार किया था। लेकिन हिरासत में उसकी मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों और ग्रामीणों ने थाने में जमकर हंगामा किया।

क्या है पूरा मामला

घटना पर संज्ञान लेते हुए मुजफ्फरपुर के एसएसपी सुशील कुमार ने थानाध्यक्ष, ओडी ऑफिसर, चौकीदार और एक सिपाही को निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने बताया कि रात करीब 3:30 बजे के सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि शिवम झा ने हाजत में फांसी लगाकर आत्महत्या की। जांच में लापरवाही पाए जाने के कारण पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।

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मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के कारण शिवम की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उसे निर्दोष होते हुए भी यातनाएं दीं, जिससे उसकी जान चली गई। इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए और थाने पर हमला बोल दिया।

जांच और कानूनी प्रक्रिया जारी

एसएसपी ने बताया कि पुलिस कस्टडी में मौत होने के कारण सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स के तहत न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
– एसएफएल (फॉरेंसिक टीम) को बुलाया गया है, जो पूरी जांच करेगी।
– पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया जाएगा, जिसकी वीडियोग्राफी भी होगी।
– जांच के लिए डिस्ट्रिक्ट जज और NHRC (मानवाधिकार आयोग) को भी पत्र लिखा गया है।

क्या यह पुलिस की लापरवाही है?

शिवम झा की मौत को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। पुलिस का दावा है कि उसने आत्महत्या की, जबकि परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही सच सामने आएगा। लेकिन इस घटना ने बिहार में पुलिस हिरासत में मौतों और पुलिसिया बर्बरता पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।

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