India News (इंडिया न्यूज), Bihar Assembly: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज चौथा दिन था। राजद और कांग्रेस के बागी विधायकों के सिटिंग अरेंजमेंट को लेकर सदन में भारी हंगामा हुआ। बता दें, राजद के प्रदेश महासचिव आलोक मेहता ने बागी विधायकों के बैठने की व्यवस्था पर सवाल उठाया, जिसके बाद पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।

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अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने दी चेतावनी

जानकारी के मुताबिक, राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने हंगामे के दौरान मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचने की भी कोशिश की। ऐसे में, इस पर विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कड़ा रुख अपनाते हुए भाई वीरेंद्र को चेतावनी तक दे दी कि उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इसके बाद माहौल का तापमान तेजी से बढ़ा। इसके अलावा, अध्यक्ष ने मार्शल को उन्हें सदन से बाहर निकालने का आदेश दे दिया, जिसके बाद स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई। यह हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। दूसरी तरफ, तेजस्वी यादव ने सदन के बाहर ने सिटिंग अरेंजमेंट को लेकर नाराजगी जताई। उनका कहना है कि बागी विधायक अभी भी राजद के सदस्य हैं और सदन में मंत्री पद की सीटों पर बैठ रहे हैं। यह नियमों का उल्लंघन करना है।

तेजस्वी यादव ने की कार्रवाई की मांग

तेजस्वी यादव ने विधानसभा अध्यक्ष से बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग की और सवाल उठाया कि अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई। साथ ही, तेजस्वी ने यह भी कहा कि अगर सरकार और सदन नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो राजद विधायक भी मंत्रियों की सीटों पर जाकर बैठ सकते हैं। राजद की तरफ से कार्रवाई की मांग पर सियासी हलचल में बढ़त हुई। उन्होंने आगे ये भी कहा कि विधानसभा का संचालन नियमों के अनुसार होना चाहिए और बागी विधायकों को उनकी निर्धारित सीटों पर ही बैठाया जाना चाहिए।

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