India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Bypoll 2024: बिहार में आगामी उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कुल 38 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार भी शामिल हैं। जन सुराज के उम्मीदवारों पर उनके आपराधिक रिकॉर्ड को लेकर सवाल उठ रहे हैं, और विपक्षी पार्टियां इस मुद्दे पर प्रहार कर रही हैं।

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जानें डिटेल में

जन सुराज पार्टी के उम्मीदवारों पर आपराधिक मामलों का इतिहास है। बता दें कि, सबसे अधिक मामले 47 वर्षीय जितेंद्र पासवान के खिलाफ दर्ज हैं, जो इमामगंज सीट से प्रत्याशी हैं। उनके खिलाफ धमकाने, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामले हैं। ऐसे आरोपों के चलते बिहार की राजनीति में हड़कंप मचा हुआ है, और विपक्षी पार्टियां लगातार इस मुद्दे को उठा रही हैं। इसके अलावा, जन सुराज के अन्य प्रत्याशियों पर भी विभिन्न आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिससे विपक्ष को मुद्दा मिल गया है। प्रशांत किशोर, जो जन सुराज पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाते हैं, ने इन आरोपों पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

शिक्षा को लेकर भी उठे सवाल

साथ ही, विपक्ष ने प्रशांत किशोर के किए गए दावों पर सवाल उठाए हैं, जो उनकी पार्टी की पारदर्शिता और जनहित की बात करते हैं। ऐसे में, सिर्फ आपराधिक रिकॉर्ड ही नहीं, बल्कि जन सुराज के उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता भी विवाद का विषय बन गई है। अधिकांश उम्मीदवार केवल 10वीं या 12वीं पास हैं, जिससे उनकी योग्यता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि, बिहार के चार विधानसभा क्षेत्रों – तारारी, रामगढ़, बेलागंज, और इमामगंज में उपचुनाव होने जा रहे हैं। इन सीटों पर जन सुराज के उम्मीदवारों का मैदान में उतरना विपक्षी दलों के लिए चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि 13 नवंबर को जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है और क्या यह आपराधिक रिकॉर्ड का मुद्दा चुनावी नतीजों को प्रभावित करेगा।

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