India News (इंडिया न्यूज),Bihar Caste Census: बिहार में जाति आधारित गणना की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में हिंदुओं की सर्वाधिक आबादी है। ये आबादी 81.9986 फीसदी है। वहीं अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36.01 फीसदी, पिछड़े वर्ग की आबादी 27.12 प्रतिशत, SC-19.65 फीसदी, ST- 1.6 प्रतिशत और मुसहर की आबादी 3 फीसदी बताई गई है। सरकार की जाति आधारित गणना की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की कुल आबादी तेरह करोड़ से अधिक है।
बनाई जाएंगी योजनाएं
इस बीच जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा, “कई जगहों पर जातिगत जनगणना की मांग उठ रही है। ये काम मानवता के लिए हुआ है। सरकार के पास डाटा होना चाहिए, उसी हिसाब से योजनाएं बनाई जाएंगी। हम कई बार मांग कर चुके हैं…देश भर में जातिगत जनगणना होनी चाहिए, यहां तो जनगणना भी नहीं हो रही है। आपको पता होना चाहिए कि आपकी आबादी कौन सी स्थिति में है।”
सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार
इस बीच यहां ये भी बता दें कि जातीय जनगणना के खिलाफ याचिकाकर्ताओं को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को जातीय जनगणना पर आगे बढ़ने से रोकने का आदेश जारी करने से इनकार कर दिया। सर्वोच्च अदालत ने याचिकाकर्ताओं के अनुरोध पर यथास्थिति का आदेश देने से इंकार किया। कोर्ट ने कहा- हम राज्य सरकार को नहीं रोक सकते। हालांकि कोर्ट ने बिहार सरकार को नोटिस जारी करते हुए चार हफ्ते में जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई जनवरी में होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, हम किसी सरकार को नीतिगत मामले में कोई फैसला लेने से नहीं रोक सकते।
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