India News (इंडिया न्यूज), Bihar Crime: शेखपुरा जिले के सिरारी थाना पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। कैंथवा गांव के ग्रामीणों ने थाना पुलिस पर महिलाओं के साथ मारपीट और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी आरिफ अहसन को ज्ञापन सौंपा है। पीड़ितों ने इंसाफ की गुहार लगाई है और पुलिस की कार्रवाई की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस छापेमारी के दौरान हुई मारपीट
पीड़ित रूबी देवी ने बताया कि तीन दिन पहले सिरारी थाना के एसआई शिवशंकर कुमार अपने दल-बल के साथ कैंथवा गांव में छापेमारी करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने उनके पुत्र आयुष कुमार के साथ मारपीट की और खुद पिस्तौल से फायरिंग की। बाद में इसका आरोप ग्रामीणों पर लगा दिया गया। रात में बड़ी संख्या में पुलिस बल ने उनके घर का दरवाजा तोड़कर प्रवेश किया और महिलाओं के साथ मारपीट की। रूबी देवी के अनुसार, इस दौरान पुलिस ने उनके अलावा मानवी कुमारी और पीयूष राज के साथ भी अभद्र व्यवहार किया और बुरी तरह पीटा।
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थाने में शिकायत करने पर दी गई धमकी
रूबी देवी ने बताया कि 8 जनवरी की शाम को उनका पुत्र आयुष कुमार सिरारी थाना में एक केस दर्ज कराने गया था। लेकिन वहां मौजूद एसआई शिवशंकर कुमार ने केस दर्ज करने के बजाय उसके साथ गाली-गलौज की और मारपीट कर थाना से भगा दिया। इस घटना की शिकायत एसपी बलिराम कुमार चौधरी से भी की गई थी। बाद में केस तो दर्ज हुआ, लेकिन एसआई शिवशंकर कुमार द्वारा केस वापस लेने की धमकी दी जाने लगी।
रात में घर में घुसकर की लूटपाट और मारपीट
तीन दिन पहले, जब पुलिस बाइक चोरी के मामले में गांव आई, तो उन्होंने आयुष कुमार को देखते ही धमकाना शुरू कर दिया और मारपीट करने लगे। बीच-बचाव करने आए ग्रामीणों से भी पुलिस उलझ पड़ी। इसके बाद पुलिस ने करीब दर्जनभर ग्रामीणों पर झूठा केस कर दिया और रात में आरोपियों को पकड़ने के बहाने घर में सीढ़ी लगाकर घुस आई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट की, रुपये और गहने लूट लिए। इस मामले में जब एसपी बलिराम कुमार चौधरी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।