India News Bihar (इंडिया न्यूज), Bihar Education: बिहार शिक्षा विभाग के निरीक्षण के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, जांच में पाया गया कि 23,801 नियोजित शिक्षकों में से कई के प्रमाण पत्रों में गड़बड़ी है, और कुछ मामलों में फर्जी दस्तावेज भी सामने आए हैं। इस खुलासे के बाद शिक्षा विभाग सतर्क हो गया है और संदिग्ध प्रमाण पत्रों की जांच के बाद उन पर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।

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शिक्षा विभाग ने जांच के लिए अधिकारियों को आदेश जारी कर दिया है कि वे जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही, इस मामले को लेकर शिक्षा निदेशक की निगरानी में एक अहम बैठक भी आयोजित की गई, जिसमें इस गंभीर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में यह भी तय किया गया है कि गैर-हाजिर और वैध कारणों से अनुपस्थित शिक्षकों को एक बार फिर काउंसलिंग का मौका दिया जाएगा, ताकि उनका पक्ष भी सुना जा सके। इसके अलावा, विभाग द्वारा जिन शिक्षकों के फर्जी प्रमाण पत्र पाए जाएंगे, उन पर सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने जांच प्रक्रिया को तेजी से शुरू कर दिया है, और इसके लिए एक विशेष समिति का गठन भी किया गया है।

समिति करेगी मामले की गहरी जांच

बता दें कि, यह समिति गहन जांच कर संदिग्ध प्रमाण पत्रों की सत्यता की जांच करेगी। दूसरी तरफ, शिक्षा विभाग के इस कड़े रुख से राज्य के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है, क्योंकि हजारों शिक्षकों की नौकरी अब खतरे में पड़ गई है। विभाग ने साफ किया है कि दोषी पाए जाने वाले किसी भी शिक्षक को बख्शा नहीं जाएगा, और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी पाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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