India News (इंडिया न्यूज), Katihar News: बिहार के कटिहार में गंगा नदी पर बन रहे पुल आखिरकार अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस पुल के बनने से बिहार से झारखंड का सफर आसान हो जाएगा। मनिहारी-साहिबगंज गंगा ब्रिज नाम का यह पुल क्षेत्रीय संपर्क और आर्थिक विकास के लिए नई उम्मीद लेकर आ रहा है। 21.5 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यह पुल न सिर्फ बिहार और झारखंड के लोगों को जोड़ेगा, बल्कि पूर्वोत्तर भारत, नेपाल और पश्चिम बंगाल के लिए एक बड़ा व्यापार मार्ग भी बनेगा।

पिछले 50 सालों चल रही थी पुल की मांग

सरकार की इस परियोजना की कुल लागत 2000 करोड़ रुपये है। 6 किलोमीटर लंबा मुख्य पुल गंगा नदी पर बन रहा है, वहीं इसके एप्रोच रोड भी तैयार किए जा रहे हैं। पुल का निर्माण कार्य 2020 को शुरू हुआ था और इसे 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 6 अप्रैल 2017 को इस महत्वाकांक्षी परियोजना की आधारशिला रखी थी। इस पुल की मांग पिछले 50 सालों से की जा रही है। इसके निर्माण से भारी सामग्री के परिवहन की लागत कम होगी और समय की बचत होगी।

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सफर होगा आसान, रोजगार के अवसर होंगे पैदा

पुल के निर्माण से न केवल झारखंड और बिहार के बीच व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी, बल्कि क्षेत्रीय रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। परियोजना झारखंड के साहिबगंज और बिहार के मनिहारी के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देगी। यह पुल स्थानीय किसानों और व्यापारियों के लिए भी वरदान साबित होने वाली है, जो आसानी से अपनी फसलों और उत्पादों को बाजारों तक पहुंचा सकेंगे। यह क्षेत्र के औद्योगिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

कटिहार के सांसद का कहना है कि इसका शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जिसमें बिहार और झारखंड को जोड़ने की बात भी कही गई थी और हमें विश्वास था कि यह काम जल्द से जल्द पूरा होने वाला है, लेकिन दुख की बात यह है कि यह काम पूरा नहीं हो पाया है और लोग लंबे समय से इसके बनने का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि झारखंड और बिहार को जोड़ने का इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा।

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RTI कार्यकर्ता ने बताया कि हमने सूचना के अधिकार के तहत पूछा था कि इसमें कितनी भौतिक राशि खर्च हुई है और कितना समय लग रहा है, इसके अलावा क्या स्थिति है? इस योजना का लगभग 70% कार्य पूरा हो चुका है, जो जनवरी के अंत तक पूरा होने की संभावना है। अधिकांश कार्य हो चुका है और 2025 के अंत तक शत-प्रतिशत कार्य हो जाएगा। मनिहारी-साहिबगंज पुल क्षेत्रीय विकास की नई इबारत लिखने की तैयारी कर रहा है, जिससे हजारों लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।