India News (इंडिया न्यूज), Bihar Kisan News: बिहार के बाढ़ में रहने वाले किसानों को इन दिनों काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां रहने वाले किसना NTPC से निकलने वाली राख से परेशान हैं। किसानों का कहना है कि NTPC से उड़ने वाली राख उनके खेतों को बंजर बना रही है। फसल लगने पहले ही हवा के साथ उड़कर आई रेत खेतों में मोटी चादर की तरह आकर बिछ जाती है।
डंपिंग यार्ड बने खेत
किसानों का कहना है कि रेत की इस मोटी चादर से फूलों का परागण प्रभावित होता है। यह स्थिति तब है, जब NTPC ने सरहन गांव को गोद लिया है। किसानों की परेशानी से बेखबर NTPC के अधिकारी इस मामले में खामोश नजर आ रहे हैं। NTPC ने सरहन ताल में किसानों की उपजाऊ जमीन पर उड़ती राख का डंपिंग यार्ड बना दिया है।
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बता दें कि पहले किसान इन खेतों में खेती करते थे, लेकिन अब कई किलोमीटर तक सिर्फ रेत के टीले, उड़ती राख और राख से लदे ट्रकों का काफिला नजर आता है। यह राख NTPC डंपिंग यार्ड से पांच किलोमीटर दूर तक सैकड़ों एकड़ फसल को बर्बाद कर रही है।
किसानों ने की मुआवजे की मांग
तो वहीं, किसान बेबस और लाचार हैं, क्योंकि उनकी आजीविका का एकमात्र साधन खेत भी अब बंजर होते नजर आ रहे हैं। NTPC के अधिकारियों ने उड़ती को रोकने के लिए कोई काम नहीं किया है। इसलिए अब किसान NTPC से अपनी फसलों के नुकसान का मुआवजा मांग रहे हैं।