India News(इंडिया न्यूज), Bihar News: बिहार सरकार का एक फैसला फिर से विवादों का कारण बन गया। बिहार सरकार ने हिन्दू तीज त्योहारों पर होने वाली छुट्टियों को कम कर दिया। वहीं, मुस्लिमों के त्योहारों की छुट्टियों में इजाफा कर दिया। जिसके बाद ये मामला राजनीतिक रुप से भी तुल पकड़ने लगा है। बिहार सरकार के इस फैसले पर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले शुरू कर दिए हैं।
बता दें कि बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से एकेडमिक कैलेंडर जारी किया गया है। इस कैलंडर में सरकार ने अल्पसंख्यकों के त्योहारों की छुट्टियां बढ़ाई है। वहीं, हिंदू त्योहारो के रामनवमी, महाशिवरात्रि, तीज, सावन की अंतिम सोमवारी, जितिया, जन्माष्टमी, अनंत चतुर्दशी, भैया दूज, गोवर्धन पूजा, कार्तिक पूर्णिमा पर इस बार छुट्टियों का प्रावधान नहीं है। साथ ही होली, दिवाली, छठ, दुर्गा पूजा की छुट्टियों में भी कटौती की गई है। वहीं, मुस्लिम अवसर ईद, बकरीद, मोहर्रम की छुट्टियों को बढ़ाया गया है।
त्योहारों में कैसी रहेंगी छुट्टियां
सराकार द्वारा जारी कैलेंडर में दिवाली (1), दुर्गा पूजा (3), छठ पूजा (3), और होली (2) छूट्टियां शामिल हैं। हिंदू त्योहारों पर कुल नौ दिन की छुट्टियां होती हैं। वहीं मुस्लिम त्योहारों में शब-ए-बारात (1), ईद-उल-फितर (3), ईद-उल-जोहा (3), मुहर्रम (2), चेहल्लुम (1) शामिल हैं। इसके अलाव पैगंबर मोहम्मद का जन्मदिन (1) छूट्टी मिलाकर कुल 11 दिनों का अवकाश रखा गया है।
गर्मियों की छुट्टी बढ़ी
वहीं बिहार सरकार ने थ गर्मी की छुट्टियों को भी 20 दिन से बढ़ाकर 30 दिन कर दिया गया है। इतना उलटफेर के बाद भी राज्य में साल 2024 में भी कुल छुट्टियों की संख्या 60 ही रहेगी। जानकारी के मुताबिक इस एकेडमिक कैलेंडर में यह भी व्यवस्था है, यदि किसी जिले में जुमा के मौके पर जिलाधिकारी की अनुमति से अतिरिक्त छुट्टी की घोषणा की जा सकती है।
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