India News Bihar (इंडिया न्यूज़), Bihar News:बेतिया जीएनएम कॉलेज की छात्राओं के जरिए प्रभारी प्राचार्य पर लगाए गए आरोप को पश्चिम चम्पारण के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय ने बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव से समुचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। डीएम के अनुरोध के आलोक में अपर मुख्य सचिव ने जीएनएम कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल को गुरुवार (22 अगस्त) को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है, साथ ही विधिसम्मत कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

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छात्राओं ने डीएम से लगाई थी गुहार

दरअसल जीएनएम कॉलेज बेतिया की छात्राओं ने प्रभारी प्राचार्य पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। आरोपों की जांच सिविल सर्जन से कराई गई, जिसमें प्रथम दृष्टया आरोप सत्य पाए गए। आज जीएनएम कॉलेज की छात्राओं ने प्रभारी प्राचार्य पर कार्रवाई को लेकर जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय से मुलाकात की और उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया।

जिलाधिकारी ने तत्काल स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव से बात कर कार्रवाई करने का अनुरोध किया। अपर मुख्य सचिव ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया है। साथ ही आगे की कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं। जिलाधिकारी ने जीएनएम कॉलेज के छात्रों की सुरक्षा को लेकर बेतिया के पुलिस अधीक्षक से भी बात की और छात्रों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने को कहा।

छात्राओं ने CM नीतीश को भी लिखे थे पत्र

बता दें कि जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के छात्रों ने प्रभारी प्राचार्य मनीष जायसवाल की हरकतों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री को भी पत्र लिखा था। पत्र में कहा गया है कि उनके खिलाफ सबूत दिखाने के बावजूद प्राचार्य पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह सब काफी समय से हो रहा है, छात्रों ने कहा कि वे डरे हुए हैं। वहीं, आरोपी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल ने कहा कि तस्वीरों को एडिट करके दिखाया गया है। हालांकि जांच में छात्रों के सभी आरोप सही पाए गए।

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