India News,(इंडिया न्यूज),Bihar News : बिहार में हुए नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे में, ट्रेन में सवार चार यात्रियों की मौत हो गई जिसमे दो पुरुष एक महिला और एक बच्ची शामिल है। इस हादसे में 100 से ज्यादा यात्री घायल है। जिन्हें आस –पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है । करीबन दर्जन भर लोगों को पटना के एम्स भेजा गया है। जिनकी स्थिति गंभीर है।
ट्रैक टूटने से हुआ हादसा
रेलवे प्रबंधन के पास जो जानकारी है उसके मुताबिक ट्रैक टूटने से ये हादसा हुआ है। ट्रेन के डिरेल के आशंका जो जताई जा रही है उसके मुताबिक ट्रैक पर छेड़छाड़ की गुंजाइश भी हो सकती है । जिसपर प्रबंधन जांच करेगा। फिलहाल रघुनाथपुर के पास पटरी दो फीट तक फटी हुई पाई गई है। दुर्घटना के वक्त ट्रेन की स्पीड करीब 120 किलोमीटर की थी। अचानक ब्रेक लगा और ट्रेन डिरेल हो गई।
12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस की 21 बोगियां हुई डिरेल
बताया जाता है कि बक्सर से रघुनाथपुर के रास्ते पॉल संख्या 629/ 8 के पास एक छोटा सा कर्व है। यहां से इस ट्रेन की चार बोगी तो निकल गई लेकिन बाकी बोगियां एक-एक कर डिरेल होती चली गई । कुल 21 बोगियां डिरेल हुई है। जिसमे दो बोगियां पलट गई। जबकि इसके ठीक आधे घंटे पहले एक पैसेंजर ट्रेन 03210 इसी ट्रैक से गुजरी थी।
चश्मदीद के मुताबिक ट्रेन जब गुजर रही थी तो उस समय भी ट्रैक से तेज आवाजे आ रही थी। धड़ धड़ की आवाज में सुनाई पड़ रही थी । लेकिन स्पीड कम होने की वजह से पैसिंजर ट्रेन सकुशल गुजर गई। पर जब 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से यहां से गुजरी तो यह हादसा हो गया।
एम्स, ईजीआईएमएस को अलर्ट मोड पर
हादसे की जानकारी मिलते ही केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने एनडीआरएफ के डीजी से बातचीत की। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना के एम्स और आईजीआईएमएस को अलर्ट मोड पर रखा। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हादसे पर बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल से भी बातचीत की गई।
और स्थानीय अस्पतालों की तैयारी के बारे में जायजा लिया। इधर घटनास्थल पर आसपास के ग्रामीण पहुंचे। और यात्रियों को निकलना शुरू कर दिया । अंधेरा होने कारण लोगों को ढूंढने में थोड़ी परेशानी जरूर हो रही थी। कोच में फंसे कुछ लोगों को टार्च की मदद से निकला गया। बाद में प्रशासन ने कटर से बोगियों को काटकर रेस्क्यू ऑपरेशन क तेज किया।
टार्च की रोशनी में हूआ रेस्क्यू
रात में ही हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये गए। पटना से एनडीआरएफ की एक यूनिट रात में ही रघुनाथपुर बक्सर पहुंच चुकी थी। रघुनाथपुर के हादसा स्थल के पास अंधेरा काफी था। सबसे पहले टार्च की रोशनी में रेस्क्यू चला। गांव वालों ने फंसे घायल यात्रियों को किसी तरह निकाल अस्पताल पहुंचाया। बाद में जिला प्रशासन ने जनरेटर की व्यवस्था की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम भी पटना आरा और बक्सर से पहुंचे गई।
मृतक परिजनों को चार-चार लाख मुआवजा
सुबह तक यह रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा फिलहाल ट्रैक पर गिरी बोगियों को हटाने का काम चल रहा है । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए देने की बात कही है। रेलवे प्रबंधन मृतक परिवार को 10-10 लाख की मदद की है। और घायलों को ₹ 50000 दिए गए हैं । इस हादसे के बाद 10 ट्रेन कैंसिल की गई है। और 21 को डायवर्ट किया गया है।
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