India News (इंडिया न्यूज), Bihar News: बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद शराब का अवैध कारोबार बदस्तूर जारी है। हाल ही में आरा जिले में एक ऐसी घटना सामने आई जिसने इस कानून की सच्चाई उजागर कर दी। तरारी थाना क्षेत्र के कपूरडीहरा गांव में दो नाबालिग भाई, लव कुमार और कुश कुमार, शराब के नशे में बेसुध पाए गए। शराब पीने के बाद उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि स्थानीय लोगों को तुरंत उन्हें आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, दोनों भाइयों ने गांव से ही 50 रुपये में देसी शराब का पाउच खरीदा और एक साथ उसका सेवन कर लिया। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। जब ग्रामीणों ने देखा कि दोनों बच्चे नशे में धुत हैं और हालत गंभीर होती जा रही है, तो उन्होंने बिना देरी किए अस्पताल पहुंचाया। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बिहार में शराबबंदी कानून सिर्फ कागजों तक ही सीमित है, जबकि ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
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परिजनों के अनुसार, *घटना के समय बच्चों के पिता घर पर नहीं थे। इसी दौरान दोनों ने किसी तरह पैसे जुटाकर शराब खरीद ली और उसका सेवन कर लिया। ग्रामीणों का कहना है कि इलाके में अवैध देसी शराब का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है, लेकिन प्रशासन इस पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर रहा है।
अधिकारी अब तक शांत क्यों?
घटना के सामने आने के बाद भी कोई अधिकारी इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि, यह कोई पहली घटना नहीं है, जब शराबबंदी की पोल खुली हो। इससे पहले भी बिहार के विभिन्न जिलों से ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस अवैध धंधे पर तत्काल सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।