India News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नजदीक आते ही राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कांग्रेस भी पूरी ताकत से चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति बना रही है। बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने पटना स्थित प्रदेश कार्यालय सदाकत आश्रम में कार्यकर्ताओं के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में पटना और आसपास के जिलों के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
कांग्रेस की नई रणनीति पर जोर
बैठक में कृष्णा अल्लावरु ने साफ शब्दों में कहा, “2020 की बात पुरानी हो चुकी है, अब 2025 की नई कहानी लिखने का समय है। इस बयान से स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस इस बार पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेगी। 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं, लेकिन वह सिर्फ 19 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई थी। इस बार पार्टी अपने प्रदर्शन को सुधारने और संगठन को मजबूत करने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
रणनीति पर नहीं हुआ खुलासा
कृष्णा अल्लावरु ने बताया कि वे बिहार के हर जिले का दौरा कर रहे हैं और लगातार बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। पार्टी की रणनीति पर चर्चा जारी है और कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए जा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने अभी कांग्रेस की चुनावी रणनीति का खुलासा नहीं किया।
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जब उनसे सीट बंटवारे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का फैसला बताया। उन्होंने कहा कि फिलहाल पार्टी पूरे राज्य में अपने संगठन को मजबूत करने और कांग्रेस की विचारधारा को जनता तक पहुंचाने पर फोकस कर रही है।
कांग्रेस का नया फॉर्मूला: क्षेत्र में काम करो, टिकट मिलेगा
कृष्णा अल्लावरु ने कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि जो लोग विधानसभा टिकट पाना चाहते हैं, उन्हें पटना और दिल्ली के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। टिकट उन्हीं को मिलेगा, जो अपने क्षेत्र में जनता के बीच सक्रिय रहेंगे और पार्टी का जनाधार बढ़ाएंगे। जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस गठबंधन में रहेगी या अकेले चुनाव लड़ेगी, तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा। लेकिन कांग्रेस खुद को मजबूत कर रही है और आरजेडी पर दबाव बनाने की कोशिश में जुटी है।
कांग्रेस का लक्ष्य – बिहार में वापसी
कांग्रेस इस बार बिहार में अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की कोशिश कर रही है। पार्टी बूथ स्तर तक मजबूत संगठन खड़ा करने और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने पर काम कर रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस 2025 के चुनाव में किस रणनीति के साथ मैदान में उतरती है और बिहार की राजनीति में कितना प्रभाव डालती है।