India News (इंडिया न्यूज)Bihar Politics: लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के आरजेडी से बाहर होने के बाद पार्टी के एक विधायक को राहत मिली है। कुछ दिन पहले तेजप्रताप यादव के एक बयान ने इस विधायक की नींद छीन ली थी। विधायक की नींद इस कदर खराब हुई कि वो खुलेआम बीच सड़क पर ही रोने लगे। विधायक के रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर इतना वायरल हुआ कि लोगों ने कहा कि तेजप्रताप यादव को इस विधायक पर दया आनी चाहिए।

दरअसल, तेजप्रताप यादव ने 2020 के विधानसभा चुनाव में समस्तीपुर की हसनपुर सीट से जीत हासिल की थी। लेकिन उन्होंने हाल ही में वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था। तेजप्रताप के इस ऐलान से महुआ के मौजूदा आरजेडी विधायक मुकेश रौशन इतने भावुक हो गए कि वो बीच सड़क पर ही रोने लगे।

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तेजप्रताप की वजह से रोए थे आरजेडी विधायक मुकेश रौशन

तेजप्रताप यादव ने दिसंबर 2024 में घोषणा की थी कि वह 2025 का विधानसभा चुनाव हसनपुर की जगह अपनी पुरानी सीट महुआ से लड़ेंगे। हाजीपुर में एक अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप ने कहा था कि मैंने महुआ में सड़क बनवाई, अस्पताल बनवाया, महुआ का विकास किया। ऐसे में अगर हम वहां से चुनाव नहीं लड़ेंगे तो कौन लड़ेगा? उनके इस बयान ने महुआ इलाके की राजनीति में हलचल मचा दी थी। तेजप्रताप के इस ऐलान के बाद महुआ के आरजेडी विधायक मुकेश रौशन की चिंता बढ़ गई। उन्होंने मीडिया के सामने आकर कहा, ‘हम खेत में हल नहीं चलाएंगे, हम भी डॉक्टर हैं, जनता की सेवा करेंगे। लोकतंत्र में जनता मालिक है, पार्टी जो भी फैसला लेगी, वह सर्वोपरि होगा।’ इस दौरान उनकी आंखों में आंसू थे, जो उनकी अंदर की बेचैनी को दर्शा रहे थे।

तेज प्रताप के पार्टी से निलंबन से सबसे ज्यादा खुश कौन है?

लेकिन मुकेश रोशन सबसे ज्यादा खुश लालू यादव के उस फैसले से होंगे जिसमें उन्होंने तेज प्रताप यादव को 6 साल के लिए आरजेडी से निष्कासित कर दिया है. मुकेश रोशन ने 2020 में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन तेज प्रताप यादव के महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा ने उनकी राजनीतिक स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है. तेज प्रताप यादव के महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा से आरजेडी के अंदर नेतृत्व की होड़ और तेज हो सकती है. मुकेश रोशन की भावुक प्रतिक्रिया से संकेत मिलता है कि पार्टी के अंदर असंतोष और चिंताएं बढ़ गई होंगी.

अगर तेज प्रताप पार्टी में बने रहते तो क्या वे यहां से चुनाव लड़ते?

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले आरजेडी में हलचल मची हुई है। पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अनुष्का यादव के साथ अपने 12 साल पुराने रिश्ते के सार्वजनिक खुलासे के बाद अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इस फैसले ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी, लेकिन इस घटनाक्रम से सबसे बड़ी राहत महुआ विधानसभा सीट से आरजेडी विधायक मुकेश रोशन को मिली है। तेज प्रताप के एक बयान पर मुकेश रोशन सड़क पर फूट-फूट कर रोने लगे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मुकेश के इस भावुक बयान में उनकी सीट छिन जाने का डर झलक रहा था, क्योंकि तेज प्रताप की दावेदारी उनके टिकट पाने की उम्मीदों पर भारी पड़ रही थी। लेकिन तेज प्रताप के निष्कासन से मुकेश रोशन को राहत मिली है। अब उनकी सीट सुरक्षित मानी जा रही है, और उनके समर्थक इसे लेकर उत्साहित हैं।

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