India News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: “मांग पूरी नहीं हुई तो ऐसा करेंगे”, पप्पू यादव के समर्थकों ने किया जमकर प्रदर्शन, सरकार को दिया अल्टीमेटमIndia News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: पूर्णिया और कटिहार में मखाना बोर्ड कार्यालय की स्थापना को लेकर सांसद पप्पू यादव ने आक्रामक रुख अपनाते हुए 24 फरवरी को सांकेतिक बंद का आह्वान किया। इस दौरान उनके समर्थकों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया और दुकानों को बंद करवाया। उनका कहना है कि मखाना उत्पादकों और श्रमिकों के हितों को देखते हुए सरकार को इस क्षेत्र में मखाना बोर्ड की स्थापना करनी चाहिए।
सरकार पर हमलावर हुए पप्पू यादव
सांसद पप्पू यादव ने साफ कहा कि यह लड़ाई अब सिर्फ एक क्षेत्रीय मुद्दा नहीं, बल्कि बिहार के विकास और क्षेत्रीय अधिकारों का सवाल बन चुकी है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार जल्द ही मखाना बोर्ड के गठन की घोषणा नहीं करती, तो वे सीमांचल-कोसी बंद और अनिश्चितकालीन रेलवे चक्का जाम करने के लिए मजबूर होंगे।
सांसदों से एकजुट होने की अपील
उन्होंने कोसी-सीमांचल के सभी सांसदों से आग्रह किया कि वे 10 मार्च को सदन में इस मुद्दे पर एक साथ खड़े हों। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, *”अगर आप अपने क्षेत्र के लोगों की भलाई चाहते हैं, तो अब खड़े हों, वरना ये लोग आपका सब कुछ छीन लेंगे।” उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सीमांचल और कोसी के मखाना किसानों और मजदूरों के साथ अन्याय कर रही है और यहां के पिछड़े, अल्पसंख्यक, एससी-एसटी और ईबीसी वर्ग के लोगों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।
मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज होगा
सांसद के प्रवक्ता राजेश यादव और कुणाल यादव ने कहा कि यदि सरकार जल्द ही मखाना बोर्ड की स्थापना की घोषणा नहीं करती, तो सीमांचल-कोसी बंद किया जाएगा। अगर इसके बाद भी सरकार नहीं जागी, तो सांसद पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ रेलवे ट्रैक पर उतरकर अनिश्चितकालीन चक्का जाम करेंगे।
बिहार के लिए अहम है मखाना बोर्ड
पप्पू यादव ने कहा कि मखाना का उत्पादन, उसकी प्रोसेसिंग और व्यापार का बड़ा केंद्र कोसी-सीमांचल क्षेत्र है। यहां के हजारों किसान और मजदूर इस व्यवसाय से जुड़े हुए हैं। मखाना बोर्ड बनने से किसानों को सीधा लाभ मिलेगा, उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।