India News (इंडिया न्यूज),Bihar Spurious Liquor Deaths: बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के लौरिया थाना क्षेत्र में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। हालांकि प्रशासन ने अभी तक इन मौतों के पीछे शराब को कारण मानने की पुष्टि नहीं की है।

24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश

घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया गया है, जिसे 24 घंटे के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। पश्चिमी चंपारण के उप विकास आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि टीम यह भी पता लगाएगी कि पिछले तीन-चार दिनों में क्षेत्र में किन-किन लोगों की मौत हुई है और इन मौतों के पीछे के कारण क्या हो सकते हैं। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि सभी मृतकों ने जहरीली शराब का सेवन किया था।

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परिजनों ने शराब पीने का लगाया आरोप

मृतकों के परिजनों का दावा है कि सभी की जान जहरीली शराब के सेवन से गई। एक मृतक के भाई ने बताया कि उसका भाई प्रदीप और उसके दोस्त मनीष ने शराब पी थी, जिसके बाद उनकी मौत हो गई। इसी तरह अन्य मृतकों के बारे में भी परिवारों ने शराब से मौत का संदेह जताया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि सात मौतों में से दो का शराब से कोई संबंध नहीं पाया गया। एक व्यक्ति की मौत ट्रैक्टर की चपेट में आने से हुई, जबकि दूसरे की मौत लकवा लगने के कारण हुई। शेष पांच मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है।

शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब की घटनाएं जारी

बिहार में अप्रैल 2016 से शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध है। इसके बावजूद राज्य में जहरीली शराब से मौत की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। यह घटना प्रशासन और कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। पुलिस को मृतकों की मौत की सूचना देरी से मिलने और शवों के पहले ही अंतिम संस्कार हो जाने के कारण मामले की जांच में चुनौतियां आ रही हैं।

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