India News (इंडिया न्यूज), Bihar News: सिरारी थाना क्षेत्र के मनीअंडा गांव में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां ठंड से बचने के लिए एक परिवार ने बंद कमरे में अलाव जलाया, जिससे महिला और दो बच्चियाँ बेहोश हो गईं। यह घटना देर रात की है, जब तीनों परिवार के सदस्य सो रहे थे और सोते-सोते ही अचानक बेहोश हो गए। हालांकि, परिवारवालों की सूझबूझ के कारण तीनों की जान बचाई जा सकी।
क्या है पूरा मामला
परिजनों के अनुसार, ठंड से बचने के लिए उन्होंने कमरे का दरवाजा बंद कर अलाव जलाया था, लेकिन घर के अंदर गैस का ठीक से बाहर न निकल पाना इस हादसे का कारण बना। परिणामस्वरूप, महिला और दो बच्चियाँ बेहोश हो गईं। यह सब देख उनका देवर पारस मिस्त्री तुरंत हरकत में आया और उसने दरवाजा तोड़कर तीनों को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में शेखपुरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है।
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बेहोश होने वाली महिला 50 वर्षीय उमन देवी और उनकी 16 वर्षीय बेटी गुंजन कुमारी के अलावा, चीकू मिस्त्री की 10 वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी भी इस घटना का शिकार हुई। चिकित्सकों ने बताया कि तीनों की स्थिति अब खतरे से बाहर है।
मामले में विशेषज्ञों ने बताया
यह घटना ठंड में अलाव जलाने के जोखिम को उजागर करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अलाव कभी भी बंद कमरे में नहीं जलाना चाहिए, क्योंकि इससे गैस का फैलाव होने से जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है। ठंड से बचने के लिए अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।