India News (इंडिया न्यूज), Gaya News: गया जिले के परैया प्रखंड के राजाहरी गांव के रहने वाले शिवम आनंद ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि पूरे जिले का नाम गर्व से ऊंचा किया है। शिवम आनंद, जो कि स्व. मनोज कुमार अधिवक्ता के पुत्र हैं, ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह मुकाम हासिल किया है।
कैसे किया संघर्ष
शिवम आनंद का शिक्षा जीवन मानपुर के लखीबाग निवासी उनके नाना महेश कुमार शर्मा के घर हुआ। बचपन से ही शिक्षा में अव्ल होने के कारण, शिवम और उनकी बहन शिवांगी दोनों ने मिलकर परिवार की उम्मीदों को पूरा किया। जहां शिवांगी ने हाल ही में बिहार न्यायिक सेवा में 11वां स्थान हासिल कर न्यायाधीश बनने का गौरव प्राप्त किया, वहीं शिवम ने 2020 में पहले प्रयास में एनडीए पास किया और 2023 में पुणे के खाड़गवासला से प्रशिक्षण के बाद आईएमए देहरादून से एक साल की कठिन ट्रेनिंग पूरी कर लेफ्टिनेंट की उपाधि प्राप्त की।
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देहरादून में हुआ पास आउट परेड
14 दिसंबर को देहरादून में हुए पास आउट परेड में शिवम आनंद के नाना महेश कुमार शर्मा, माता श्वेता कुमारी और बहन शिवांगी ने उनके साथ इस ऐतिहासिक पल को साझा किया। इस अवसर पर शिवम के छोटे नाना, कांग्रेस नेता विजय कुमार मिट्ठू ने बधाई दी और कहा कि यह परिवार और जिले के लिए गर्व का विषय है।
उन्होंने दोनों भाई-बहन को भविष्य में और ऊंची ऊंचाइयों तक पहुंचने की शुभकामनाएं दी, साथ ही कहा कि उनका मानना है कि शिवम आनंद सेना के सर्वोच्च पद तक पहुंच सकते हैं, जबकि शिवांगी देश के सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस बन सकती हैं। शिवम आनंद की सफलता एक प्रेरणा है, जो यह दर्शाती है कि कठिन मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।