India News (इंडिया न्यूज), Nitish Pragati Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान अधिकारियों द्वारा किए गए फर्जीवाड़े की एक हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। वैशाली जिले के बेलसर में मुख्यमंत्री ने विकास योजनाओं और इलाके में हुए काम का जायजा लिया, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें धोखे में डालने के लिए बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया।

CM नीतीश के काफिले में हुए खुलासे

मुख्यमंत्री का काफिला जब इलाके से गुजर रहा था, तो अधिकारियों ने रास्ते में स्थित कुछ निजी हैंडपंपों पर सरकारी निशान और रंग लगा दिए, ताकि यह दिखाया जा सके कि क्षेत्र में नल जल और पेयजल योजनाओं का कार्य शानदार तरीके से हुआ है। रातों-रात अधिकारियों ने स्थानीय लोगों के निजी हैंडपंपों को रंगकर सरकारी हैंडपंप बना दिया।

Prashant Kishor Bail: पटना सिविल कोर्ट के बाहर समर्थकों का प्रदर्शन, प्रशांत किशोर को 25,000 रुपये के मुचलके पर मिली जमानत

हालांकि, मुख्यमंत्री के गुजरने के बाद स्थानीय लोगों ने अधिकारियों की इस काली करतूत का पर्दाफाश कर दिया। लोगों ने बताया कि रात के अंधेरे में उनके निजी हैंडपंपों पर सरकारी निशान लगा दिए गए थे, जो एक तरह से अधिकारियों द्वारा की गई धोखाधड़ी को दर्शाता है।

विकास के नाम पर हुआ फर्जीवाड़ा

इस घटना ने न केवल मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा की असलियत को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि विकास के नाम पर किस तरह की धांधली और फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस दौरे के दौरान अधिकारियों के इस प्रकार के कृत्य ने इलाके के लोगों को निराश किया और विकास की वास्तविकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

दिल्ली में जल्द हो सकता है चुनावों की तारीखों का ऐलान! फाइनल वोटर लिस्ट जारी