India News Bihar (इंडिया न्यूज) Delhi News:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य को लेकर आज फिर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों की हरसंभव मदद करते रहें।

किसानों को जल्द से जल्द राशि का भुगतान

सत्ता में आने के बाद से हम लगातार आपदा पीड़ितों की मदद के लिए तत्पर हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसानों की फसल क्षति का आकलन कर उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध कराएं। आज प्रथम चरण की बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में राशि अंतरित कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि दूसरे चरण की बाढ़ से प्रभावित परिवारों के खाते में 9 अक्टूबर तक राशि अंतरित कर दें। प्रथम चरण की बाढ़ से हुई फसल क्षति के लिए किसानों को जल्द से जल्द राशि का भुगतान कराएं। बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त हुए बांधों का जल्द से जल्द जीर्णोद्धार कराएं।

13 जिले बाढ़ से प्रभावित

आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि 20 सितंबर से 29 सितंबर के बीच गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पहले चरण में 28.34 लाख की आबादी प्रभावित हुई है। दूसरे चरण में 29 सितंबर से नेपाल और उत्तर बिहार के आसपास के जिलों में भारी वर्षा के कारण गंडक, कोसी आदि नदियों का जलस्तर अप्रत्याशित रूप से बढ़ गया, जिससे राज्य के 18 जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।

प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता

बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए बाढ़ आपदा प्रबंधन मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी कार्रवाई की जा रही है। प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। समीक्षा के दौरान कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पहले चरण में 16 जिलों के 67 प्रखंडों और 645 पंचायतों का कृषि क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हुआ है। दूसरे चरण में बाढ़ से हुई फसल क्षति का आकलन किया जा रहा है।