India News (इंडिया न्यूज), Famous British Writer: जॉर्ज ऑरवेल, अंग्रेज़ी साहित्य के महान उपन्यासकार, का जन्म 25 जून 1903 को बिहार के मोतिहारी में हुआ था। उनके पिता रिचर्ड डब्ल्यू ब्लेयर ब्रिटिश सिविल सेवा में अधिकारी थे। ऑरवेल के प्रसिद्ध उपन्यास 1984 और एनिमल फार्म ने विश्वभर में अपनी अमिट छाप छोड़ी। उनकी रचनाएं आज भी राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक संदर्भों में महत्वपूर्ण मानी जाती हैं।
ब्रिटेन सरकार ने जारी किया खास सिक्का
हाल ही में, जॉर्ज ऑरवेल की मृत्यु के 75 वर्ष पूरे होने पर ब्रिटेन सरकार ने उनके सम्मान में एक विशेष स्मारक सिक्का जारी किया है। इस सिक्के में उनकी मशहूर कृति 1984 का संदर्भ है, जिसमें ‘बिग ब्रदर’ और ‘आपको देख रहा है’ जैसी अवधारणाएं प्रस्तुत की गई थीं। सिक्के पर एक कैमरे के लेंस का चित्र अंकित है, जो उनके उपन्यास की अधिनायकवादी थीम को प्रदर्शित करता है।
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हालांकि ब्रिटेन में उनके योगदान को सम्मानित किया जा रहा है, वहीं उनके जन्मस्थल की स्थिति बहुत दयनीय हो गई है। मोतिहारी में स्थित जॉर्ज ऑरवेल का घर अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। इस ऐतिहासिक स्थल पर गंदगी और जर्जर अवस्था की स्थिति है, जबकि एक समय इसे पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाने की कोशिश की गई थी। स्थानीय समुदाय ने इस स्थान को ‘ऑरवेल हाउस’ के रूप में स्थापित करने की पहल की थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से उपेक्षित हो चुका है।
उनकी रचनाओं का आज भी है बड़ा महत्व
ऑरवेल की रचनाओं का प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है, और उनका जन्मस्थल अगर ठीक तरह से संरक्षित किया जाए, तो यह साहित्यिक धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण बन सकता है।