India News Bihar(इंडिया न्यूज), Giriraj Singh: मैं हिंदुओं को एकजुट करने के लिए कोई भी कुर्बानी देने को तैयार हूं। मेरा जन्म एमपी-एमएलए के तौर पर नहीं, बल्कि हिंदू के तौर पर हुआ है। जब तक मेरे शरीर में खून की आखिरी बूंद रहेगी, मैं हिंदू स्वाभिमान यात्रा नहीं रोकूंगा। उक्त बातें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता। यह हिंदुओं की यात्रा है। इसमें हर पार्टी के हिंदू शामिल होंगे।

हिंदू स्वाभिमान यात्रा से एक दिन पहले भागलपुर पहुंचे गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से कहा, “लोग कहते हैं कि केंद्रीय मंत्री के तौर पर मैंने सभी धर्मों के बीच सद्भाव बनाए रखने की शपथ ली है, लेकिन अगर मेरा अस्तित्व खतरे में है… अगर मेरी जान को खतरा है तो क्या मैं सामने वाले को मारूंगा या नहीं? मारना चाहिए या नहीं? चाहे वह कोई भी हो… चाहे वह मुसलमान ही क्यों न हो।

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‘हिंदुओं की आबादी घटी…’

केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘1951 में आजादी के बाद हिंदुओं की जनसंख्या घटी है, जबकि मुसलमानों की तादाद काफी तेजी से बढ़ी है। देश के चार सौ जिलों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए हैं। मुसलमानों के शुभचिंतक कह रहे हैं कि केंद्रीय मंत्री होने के नाते गिरिराज सिंह को हिंदू स्वाभिमान यात्रा नहीं निकालनी चाहिए।’

गिरिराज सिंह ने तेजस्वी पर निशाना साधा

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव मुसलमानों को जोड़ने के लिए जुलूस निकाल सकते हैं और हम हिंदुओं को जोड़ने के लिए जुलूस क्यों नहीं निकाल सकते? उन्होंने मुस्लिमों से पूछा कि देश के बंटवारे के बाद एक भी हिंदू ने ताजिया पर पत्थर नहीं फेंके, जबकि आबादी बढ़ने के बाद पिछले 15 सालों से दुर्गा प्रतिमा, रामनवमी जुलूस आदि पर पत्थर फेंके जा रहे हैं। तलवारों से हमले हो रहे हैं और गोलियां क्यों चलाई जा रही हैं?

‘लोग 1989 के दंगों को नहीं भूले हैं’

भागलपुर से यात्रा शुरू करने का कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यहां के लोग 1989 के दंगों को नहीं भूले हैं। हम इस जख्म को दोहराना नहीं चाहते। यह पहला चरण है। अगले चरण में और जिलों से यात्रा निकाली जाएगी। मैं 2002 से खून-खराबे से पीड़ित हूं। पाकिस्तान में मेरी बेटी मंडप से उठा ली जाती है। बांग्लादेश में अत्याचार हो रहे हैं। यात्रा स्थगित करने को लेकर तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि क्या उन्होंने हिंदुओं के डर से यात्रा स्थगित की है या इसका समर्थन किया है। अगर उन्होंने इसका समर्थन किया है तो राजद कार्यकर्ताओं को यात्रा में शामिल होना चाहिए।

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