India News (इंडिया न्यूज) ED Raid: बिहार में अवैध बालू खनन और कर चोरी के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई की है। शुक्रवार को पूर्व एमएलसी और लोजपा (आर) के प्रदेश संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पांडेय के पटना स्थित दो ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की। साथ ही बेंगलुरु में भी उनके ठिकाने पर कार्रवाई की गई। इस छापेमारी के बाद बालू सिंडिकेट से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ सामने आई हैं।
कार्यालय से ईडी को मिले कागजात
ईडी को हुलास पांडेय के पटना स्थित कार्यालय से कई संदिग्ध दस्तावेज और कागजात मिले हैं, जिनसे अवैध खनन में कई कंपनियों की मिलीभगत का खुलासा हुआ है। इनमें ब्रॉडसन्स और आदित्य मल्टीकॉम कंपनियों का नाम सामने आया है, जो बालू के अवैध खनन में संलिप्त थीं और 500 करोड़ रुपये से अधिक की कर चोरी कर चुकी थीं। यह कंपनियाँ हुलास पांडेय और अन्य संदिग्ध कंपनियों के साथ मिलकर अवैध रूप से बालू खनन करती थीं।
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अवैध बालू सिंडिकेट में हुलास पांडेय की भूमिका आई सामने
जांच में यह भी सामने आया कि इन कंपनियों के दोनों निदेशक बिहार सरकार के एक मंत्री के करीबी हैं। ईडी ने इन निदेशकों से भी पूछताछ करने की योजना बनाई है। ईडी ने हुलास पांडेय के खिलाफ समन जारी करते हुए उन्हें अगले सप्ताह पटना स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है। पूछताछ में हुलास पांडेय से अवैध बालू सिंडिकेट में उनकी भूमिका और 10 प्रतिशत हिस्सेदारी को लेकर भी सवाल किए जाएंगे। ईडी की जांच में और भी कई लोगों से पूछताछ हो सकती है, और आने वाले दिनों में इस मामले में और कार्रवाई की संभावना है।