India News (इंडिया न्यूज), Bihar Crime: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में रिश्वत लेने के आरोप में पताही थाना में पदस्थापित दरोगा अखिलेश सिंह को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधीक्षक (SP) स्वर्ण प्रभात ने कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
पीड़िता से मांगे गए थे 10,000 रुपये
मामला जिले के पताही थाना क्षेत्र के जिहुली गांव का है, जहां अभय कुमार की पत्नी खुशबू कुमारी ने चार लोगों के खिलाफ छेड़खानी, मारपीट और जेवर लूटने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस केस की जांच की जिम्मेदारी दरोगा अखिलेश सिंह को दी गई। लेकिन न्याय दिलाने के बजाय उसने पीड़िता से 10,000 रुपये रिश्वत की मांग कर दी।
Bihar Government: बिहार सरकार का बड़ा कदम, 140 प्रोटेक्शन अधिकारियों की होगी एंट्री, घरेलू हिंसा पीड़ित महिलाओं को मिलेगी सहायता
महिला ने गरीबी की दुहाई देकर 5,000 रुपये देने की बात कही, लेकिन दरोगा को यह रकम मंजूर नहीं थी। उसने दो टूक कह दिया कि इंस्पेक्टर को भी हिस्सा देना होगा, इसलिए कम पैसे में काम नहीं होगा। पीड़िता हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाती रही, लेकिन दरोगा ने बिना पैसे लिए मामला आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया।
वीडियो वायरल होते ही एक्शन में आई पुलिस
इस पूरी घटना का किसी ने वीडियो बना लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आते ही एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले की जांच का जिम्मा पकड़ीदयाल एएसपी मोहिबूल अंसारी को सौंपा। जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद एसपी ने दरोगा को तत्काल निलंबित कर उसके खिलाफ FIR दर्ज करने का आदेश दिया।
पुलिस प्रशासन की सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई के बाद जिले के अन्य पुलिसकर्मियों को भी साफ संदेश दिया गया है कि रिश्वतखोरी के मामलों में सख्त कदम उठाए जाएंगे। इस घटना के बाद इलाके में पुलिस प्रशासन की छवि पर सवाल उठ रहे हैं, लेकिन एसपी की त्वरित कार्रवाई से आम जनता में भरोसा भी बढ़ा है।