India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: आपने अक्सर कहानियों में ऐसा सुना होगा कि कुंभ में लोग बिछड़ जाते हैं, लेकिन इस महाकुंभ ने एक विकलांग बेटे को अपने मां से मिला दिया है। सीवान के हुसैनगंज से 4 साल पहले लापता हो गया था। विकलांग युवक परमेश्वर प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में भीख मांगते हुए मिला है। युवक विकलांग और गूंगा होने की वजह से सीवान में पैसा मांगकर अपना पेट भरता था। इसी बीच 4 साल पहले सीवान से भिखारियों के गैंग ने उसका अपहरण कर लिया।
परिजनों ने 3 साल तक युवक की काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल पाया, जिसके बाद थक हार कर परिजनों ने पिछले साल युवक का श्राद्ध कर्म कर दिया था, लेकिन भगवान का चमत्कार ऐसा हुआ कि जिस बेटे को मां मृत समझ कर श्राद्ध कर्म कर दिया था, वह महाकुंभ में भीख मांगते हुए मिल गया। मां ने बताया कि मैं महाकुंभ प्रयागराज में स्नान करने गई थी। वहां पर चारों तरफ अपनी नजरें उसके तलाश में घुमाती रही परन्तु कुछ पता नहीं चला। इसी दौरान हुसैनगंज बाजार के 4-5 लोग प्रयागराज स्नान करने इसी सप्ताह गये थे।
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कुंभ में मिला बिछड़ा बेटा
मां ने बताया कि वहां पर जब ये लोग गंगा स्नान करके लौट रहे थे तो गुमशुदा लड़का अपने गांव के लोगों को देख कर पहचान लिया और दौड़ कर उन लोगों का पैर पकड़ लिया। वह प्रयागराज में कटोरा लेकर व्हील चेयर पर बैठ कर भीख मांग रहा था। गांव वालों ने भी उसको पहचान लिया, क्योंकि लड़का विकलांग और गूंगा दोनों था इसलिए इशारों में ही सब कुछ बता दिया था। उसी दौरान जो उसका किडनैपर थे वहां पहुंच कर कहने लगे कि यह विकलांग लड़का मेरा छोटा भाई है। इस बात पर वहां कहासुनी होने लगी।
पुलिस उनलोगों को थाने में ले जाकर पूछाताछ करने लगी। जब उसके घर से परिजनों द्वारा उसका आधार कार्ड भेजा गया और फोन पर सभी जानकारी दी गई तब वहां की पुलिस बॉन्ड भरवा कर गांव वालों के साथ घर ले जाने के लिए भेज दिया। इधर, पुलिस के ड़र से किडनैपर फरार हो गए। प्रयागराज से ट्रेन पर उसे गांव लाया गया और उसकी मां रेखा देवी को सौंप दिया गया। उसकी मां अपने पुत्र को पाते ही सीने से लगा कर रोने लगी। इस बात की खबर मिलते ही उसके घर पर ग्रामीणों सहित सगे संबंधियों की भीड़ लगने लगी। परिजनों में खुशी का ठिकाना नहीं था।
4 चार साल पहले हुआ था लापता
यह पूरा मामला इन दिनों चारों तरफ चर्चा का विषय बना हुआ है कि चार साल पहले गूम लड़का सही सलामत अपने घर आ गया है। लड़के की मां ने बताया कि दिसंबर 2024 में इसका श्राद्ध कर्म भी कर दिया गया था। लड़के के पिता राम प्रवेश पड़ित की बहुत पहले मृत्यु हो चुकी है। उसकी मां गांव में मजदूरी करके अपना घर परिवार चलाती है। उस लड़के का एक बड़ा भाई है वह भी एक पैर से विकलांग है और बड़े भाई की 2024 में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। लड़का गूम हो जाने के बाद उस लड़के के परिजनों द्वारा काफी खोजबीन किया गया।
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लापता लड़के की मां रेखा देवी ने बताया कि कोरोना के समय नवंबर में छठ के दिन मेरा लड़का परमेश्वर पड़ित उम्र लगभग 25 साल अपने घर हुसैनगंज से सुबह में खा पीकर सीवान चला गया था। वह शहर में लोगों से खाने-पीने के लिए पैसे मांगता था। वह देर शाम तक घर नहीं लौटा तो उसका खोजबीन शुरू हुआ। सगे संबंधियों सहित रेलवे स्टेशन, बस अड्डे, बाजार हाट, आदि स्थानों पर हफ्तों दिनों तक रात दिन एक करके पता किया गया, लेकिन कहीं भी उसका अता पता नहीं चला, तो वहीं लड़का दोनों पैर से विकलांग है अपने हाथों के सहारे चलता है। वह तीन भाईयों में छोटा है। लड़का की मां ने आगे बताया कि सीवान से उसका हाथ पैर और मुंह बांधकर किडनैप कर लाया गया था और उसको मारपीट कर घायल करके भीख मांगवाने का काम करवाया जा रहा था। लड़का अपने परिवार से मिल कर बहुत खुश है। वहीं उसके घर वाले भी खुश नजर आ रहे हैं।