India News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: बिहार की राजनीति में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को धार दे रहे हैं। इसी कड़ी में 28 जनवरी को माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। उनके साथ पूर्व राज्यसभा सांसद अली अनवर और कुम्हार समाज के नेता मनोज प्रजापति भी कांग्रेस का दामन थामेंगे। यह कदम कांग्रेस की महादलित जातियों, खासकर मांझी समाज को साधने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
Mokama Gangwar: मोकामा गोलिकांड में तेज हुई छापेमारी! किस कुख्यात की खोज में हैं STF? जानें पूरी जानकारी
तीनों नेता पिछड़े समाज से आते हैं
भागीरथ मांझी, अली अनवर और मनोज प्रजापति तीनों नेता महादलित, अल्पसंख्यक और पिछड़े समाज से आते हैं, और इनकी पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस को इन समाजों के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर मिलेगा। भागीरथ मांझी के जेडीयू से खफा होकर कांग्रेस में शामिल होने की खबरें भी आ रही हैं, जिनका आरोप है कि पार्टी में उन्हें उचित स्थान नहीं मिल रहा था।
भागीरथ मांझी पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के क्षेत्र से आते हैं और उनका संबंध मुसहर जाति से है। जीतन राम मांझी का गया जिले में खासा प्रभाव है, और माना जा रहा है कि भागीरथ मांझी को उनकी राजनीतिक ताकत के रूप में देखा जा सकता है। कांग्रेस के इस कदम को 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के रूप में देखा जा रहा है।
“जय बापू, जय भीम, जय संविधान” सम्मलेन का किया आयोजन
कांग्रेस पार्टी इस साल के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर गंभीर दिखाई दे रही है। इसके तहत फरवरी में कांग्रेस “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” सम्मेलन का आयोजन भी करने वाली है, जिसकी शुरुआत चंपारण से होने की संभावना है।