India News Bihar (इंडिया न्यूज), Pitru Paksha 2024: पितृ पक्ष के अवसर पर गया के सांसद सुधांशु त्रिवेदी बुधवार को धार्मिक रूप में नजर आए। उन्होंने अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए गया में पिंडदान किया। बता दें कि पिंडदान भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक माना जाता है, और इसी क्रम में सांसद ने भी विधि-विधान के साथ अपने पूर्वजों को पिंड अर्पित किया।
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सांसद ने धार्मिक अनुष्ठान किया
जानकारी के मुताबिक सांसद त्रिवेदी का पिंडदान कार्यक्रम विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में संपन्न हुआ, जहां उन्होंने पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ यह धार्मिक अनुष्ठान किया। इस दौरान सुरक्षाकर्मी भी उनके आसपास तैनात थे, ताकि कार्यक्रम शांति और सुरक्षा के साथ पूरा हो सके। बता दें कि त्रिवेदी ने इस अनुष्ठान का नेतृत्व पंडित दामोदर पांडे के निर्देशन में किया और अपने पूर्वजों की आत्मा की मुक्ति और शांति के लिए प्रार्थना की। गया का पिंडदान पितरों की तृप्ति और संतुष्टि के लिए किया जाता है, और इसे भारतीय धार्मिक परंपरा में विशेष महत्व प्राप्त है।
पिंडदान संतुष्टि का अनुभव कराता है
पितृ पक्ष के दिनों का अपना अलग महत्व होता है, और इन दिनों में पिंडदान करने से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है। यह न केवल संतुष्टि का अनुभव कराता है, बल्कि इसे धार्मिक कर्तव्यों की पूर्ति का भी प्रतीक माना जाता है। सांसद सुधांशु त्रिवेदी का यह धार्मिक कार्य उनके भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति सम्मान को दर्शाता है। पिंडदान के बाद उन्होंने मोक्ष और शांति की कामना की। पितृ पक्ष के दौरान देशभर से हजारों श्रद्धालु अपने पूर्वजों का पिंडदान करने के लिए गया आते हैं, और यह धार्मिक स्थल इसके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
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