India News (इंडिया न्यूज), Kishanganj DEO: बिहार के किशनगंज जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) नासिर हुसैन के एक आदेश ने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने जिले के सभी सीबीएसई से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को निर्देश दिया है कि वे इच्छुक छात्रों को उर्दू भाषा पढ़ाने की व्यवस्था करें।
2024 के बैठक में उठाया मुद्दा
इस आदेश का मुख्य कारण कांग्रेस के नेताओं की शिकायत है, जिन्होंने अक्टूबर 2024 में हुई एक बैठक में यह मुद्दा उठाया था कि जिले के निजी स्कूलों में उर्दू भाषा की शिक्षा नहीं दी जा रही है। डीईओ के इस आदेश के बाद बीजेपी ने इसका विरोध करते हुए एक अनोखी मांग उठाई है। बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने कहा कि यदि स्कूलों में उर्दू पढ़ाने के लिए दबाव डाला गया, तो वे स्कूल की प्रार्थना में गायत्री मंत्र के पाठ की मांग करेंगे।
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इस बयान ने विवाद को और बढ़ा दिया है। वहीं, बाल मंदिर विद्यालय के सचिव ने कहा कि छोटे बच्चों के लिए उर्दू की अलग से व्यवस्था करना मुश्किल होगा, क्योंकि इसमें पर्याप्त संख्या में छात्र नहीं हैं। किशनगंज के डीईओ नासिर हुसैन ने इस आदेश को डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट कॉर्डिनेशन एंड मोनिटरिंग कमेटी की बैठक के बाद जारी किया।
बैठक में की कांग्रेस सांसद ने शिकायत
इस बैठक में कांग्रेस सांसद जावेद आजाद और विधायक इजहारुल हुसैन ने यह शिकायत की थी कि जिले के निजी स्कूलों में उर्दू नहीं पढ़ाई जा रही है। इस पर डीईओ ने आदेश जारी किया। हालांकि, बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि यह डीईओ का अधिकार है, लेकिन इस फैसले की जांच की जाएगी और उचित कदम उठाया जाएगा।