India News (इंडिया न्यूज), Jan Suraj Party Funding: जन सुराज पार्टी की फंडिंग को लेकर हाल ही में जेडीयू नेता नीरज कुमार ने गंभीर सवाल उठाए थे। नीरज कुमार ने आरोप लगाया था कि प्रशांत किशोर की पार्टी को “जॉय ऑफ लिविंग ग्लोबल फाउंडेशन” से फंडिंग मिल रही है, जो एक चैरिटेबल ट्रस्ट है। उनका कहना था कि इस तरह के फंडिंग से राजनीतिक गतिविधियों में अनियमितताएं हो सकती हैं और यह टैक्स संबंधी मुद्दों को जन्म दे सकता है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि प्रशांत किशोर ने खुद 50 लाख रुपये का डोनेशन क्यों किया।
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सारे आरोपों का दिया जवाब
इन आरोपों का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने कभी ठेकेदारी नहीं की और न ही किसी सरकारी पद का हिस्सा बने। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जो कुछ भी उन्होंने हासिल किया है, वह अपनी बुद्धि और मां सरस्वती की कृपा से है। पीके ने यह भी कहा कि बिहार के लोगों को हमेशा मजदूरी करने के लिए पैदा नहीं किया गया है और अब यह समय है कि बिहार का पैसा बिहार में ही रहे।
गुजरात के लोगों के साथ की तुलना
उन्होंने गुजरात के लोगों के साथ तुलना करते हुए कहा कि बिहार के लड़कों का वोट और ताकत सिर्फ बिहार में रहनी चाहिए, ना कि गुजरात में। प्रशांत किशोर का यह बयान एक दृढ़ जवाब था, जिससे उन्होंने न केवल अपने पार्टी के वित्तीय स्रोतों को स्पष्ट किया, बल्कि बिहार के युवाओं के लिए एक नया दृष्टिकोण भी प्रस्तुत किया।