India News (इंडिया न्यूज),Waqf Amendment Act: जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने केंद्र सरकार पर वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस कानून को मुस्लिम समाज के लिए असहज और विवादास्पद करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार संवेदनशील कानून बिना समुदाय को विश्वास में लिए लागू कर रही है, जिससे समाज में असंतोष बढ़ सकता है।

केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप

प्रशांत किशोर ने कहा कि वक्फ संशोधन अधिनियम मुस्लिम समाज के एक बड़े हिस्से को असुरक्षित महसूस करा रहा है। सरकार ने इस कानून को लाने से पहले मुस्लिम समुदाय के नेताओं या धार्मिक संगठनों से कोई चर्चा नहीं की। किशोर ने चेतावनी दी कि ऐसे कानून सामाजिक असंतोष को जन्म दे सकते हैं।

CAA और NRC का उदाहरण

वक्फ कानून के मुद्दे पर प्रशांत किशोर ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जिस समुदाय ने देश की आज़ादी के लिए कुर्बानियां दीं, वही आज भेदभाव का शिकार हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार संसद के माध्यम से ऐसे कानून बना रही है जो विशेष समुदाय के हितों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

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मुस्लिम समाज में बढ़ती असुरक्षा

किशोर ने कहा कि वक्फ बोर्ड में बदलाव की प्रक्रिया बिना समुदाय को विश्वास में लिए शुरू की गई, जिससे मुस्लिम समाज में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने सरकार से अपील की कि ऐसे कानून लाने से पहले समुदाय के नेताओं और धार्मिक संगठनों से बातचीत की जाए।

मॉब लिंचिंग पर चिंता

मॉब लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब भी किसी गरीब या असहाय मुस्लिम व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या होती है, तो उनके साथ खड़ा होने वाला कोई नहीं होता। उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम वोटों के लिए राजनीति करने वाले नेता भी इन घटनाओं पर चुप्पी साध लेते हैं। किशोर ने इसे मुस्लिम समाज के लिए सबसे बड़ी चिंता बताया। प्रशांत किशोर के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है, जिससे आने वाले दिनों में नए विवाद खड़े होने की संभावना है।