India News (इंडिया न्यूज), BPSC Protest: बिहार के जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बीपीएससी (Bihar Public Service Commission) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। प्रशांत किशोर, जो कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में इस आंदोलन का हिस्सा बने हैं, ने कहा कि अभ्यर्थी चाहते हैं कि पूरी परीक्षा को रद्द किया जाए, क्योंकि परीक्षा में अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप है।
धरने के दौरान सामने रखी पांच मांगें
प्रशांत किशोर ने धरने के दौरान अपनी पांच प्रमुख मांगों को रखा है, जिनमें बीपीएससी में हुई अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच, प्रतियोगी परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और पेपर लीक की जांच, तथा बेरोजगार युवाओं को रोजगार भत्ता देने जैसी महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में सरकारी नौकरी में राज्य के युवाओं को दो तिहाई हिस्सेदारी देने के लिए डोमेसाइल नीति को लागू किया जाए।
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नोटिस पर क्या बोले SDM गौरव कुमार
हालांकि, पटना के एसडीएम गौरव कुमार ने गांधी मैदान में प्रशांत किशोर के अनशन को अवैध करार दिया है। उनका कहना था कि पटना हाई कोर्ट ने केवल गर्दनीबाग को धरना स्थल के रूप में चिह्नित किया है, और गांधी मैदान में प्रदर्शन करना कानून के खिलाफ है। इसके बाद पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने भी प्रशांत किशोर के खिलाफ एक्शन लेते हुए धरने को गैरकानूनी बताया और इसे हटाने का आदेश दिया।