India News (इंडिया न्यूज), Bihar Politics: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) से बांग्ला छिनने के बाद पार्टी में एक नया विवाद खड़ा हो गया है। इस मुद्दे पर पार्टी के प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर अपनी प्रतिक्रिया दी। जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि जिस तरह से पार्टी एनडीए की सहयोगी रही, लेकिन एनडीए द्वारा लगातार पार्टी को कमजोर करने का प्रयास किया गया, यह बेहद निराशाजनक है।

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जानें प्रेस कांफ्रेंस में क्या कुछ कहा

इसके बाद, उन्होंने आरोप लगाया कि एनडीए ने कभी भी पार्टी की सशक्तिकरण की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ा है। बता दें कि, प्रवक्ता ने बताया कि 19 और 20 नवंबर को पार्टी की एक बड़ी बैठक होने वाली है, जिसमें यह निर्णय लिया जाएगा कि पार्टी एनडीए के साथ रहेगी या नहीं। साथ ही, उन्होंने कहा कि इस बैठक में आगामी रणनीतियों और पार्टी के भविष्य को लेकर अहम निर्णय लिए जाएंगे।

सियासी पारा हुआ हाई

ऐसे में प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने चिराग पासवान पर पार्टी को तोड़ने का सीधा आरोप लगाया और कहा कि चिराग पासवान ने पार्टी के हितों को नकारते हुए अपने निजी स्वार्थों को प्राथमिकता दी। इसके अलावा, उन्होंने चिराग पासवान पर दलित विरोधी होने का भी आरोप लगाया और उनसे आरक्षण को छोड़ने की मांग करते हुए इस्तीफा देने की बात की। साथ ही, अग्रवाल ने बिहार सरकार से पार्टी कार्यालय के आवंटन की भी मांग की है। पार्टी के भीतर इस मुद्दे को लेकर अब गंभीर चर्चाएँ तेज हो गई हैं।

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