India News Bihar (इंडिया न्यूज), Sharda Sinha News: लोकगायिका शारदा सिन्हा का परसो रात निधन हो गया, जिससे पूरे बिहार में शोक की लहर दौड़ गई है। बता दें कि, छठ महापर्व के पहले अर्घ्य के दिन पटना के गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अंतिम संस्कार की तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं और प्रदेश की कई बड़ी हस्तियाँ इस अवसर पर मौजूद रहेंगी।

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गुलबी घाट पर होगा अंतिम संस्कार

शारदा सिन्हा ने अपने छठ गीतों से न केवल बिहार, बल्कि पूरे देश में छठ पर्व की भावना को गहराई से संजोया। उनके गाए गीत “काँच ही बाँस के बहँगिया” और “पहिले-पहिले हम कइनी छठी माई” लोगों के दिलों में बस गए हैं। उनके निधन से हर छठ व्रती के चेहरे पर मायूसी है। उनके गीतों के बिना छठ पर्व अधूरा सा लगने लगा है। बता दें कि, बेटे अंशुमान ने उनकी तबीयत की हर जानकारी साझा की और आखिरी वक्त तक माँ की सेवा में जुटे रहे। उनका पार्थिव शरीर कल पटना पहुँच चुका है, और आज गुलबी घाट पर उन्हें विदाई दी जाएगी।

छठ के दौरान शोक का माहौल

वे छठ पर्व की आत्मा मानी जाती थीं, और उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। बिहार की धरती उन्हें हमेशा अपने गीतों के लिए याद रखेगी। साथ ही, शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार छठ के महापर्व के बीच हो रहा है, जिससे उनका आशीर्वाद हमेशा के लिए इस पर्व में समाहित रहेगा। शारदा सिन्हा के निधन से बिहार के कई इलाकों में शोक का माहौल है। लोग उन्हें नम आँखों और भारी मन से अंतिम विदाई देने के लिए एकत्र हो रहे हैं।

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