India News (इंडिया न्यूज), Bihar Education Department: बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के स्कूलों में भ्रष्टाचार और प्रशासनिक सुधार को लेकर कई अहम कदम उठाए हैं। विभाग द्वारा शुरू की गई ऑनलाइन शिकायत प्रणाली ने अभिभावकों और आम नागरिकों को अपनी समस्याएं और आरोप उठाने का अवसर दिया है। इसके परिणामस्वरूप विभाग को शिक्षकों पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बारे में जानकारी मिल रही है, जिसे गंभीरता से लिया जा रहा है और संबंधित अधिकारियों से जांच रिपोर्ट मांगी गई है।

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अलग जिलों से कई गंभीर केस सामने आये

राज्य के विभिन्न जिलों से कई गंभीर आरोप सामने आए हैं। कई शिकायतों में प्रधान शिक्षकों पर गबन, राशि वसूली और फर्जी प्रमाणपत्र बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उदाहरण के लिए, रून्नीसैदपुर प्रखंड के एक अभिभावक ने आरोप लगाया कि एक प्रधान शिक्षक ने छात्रों से प्रैक्टिकल परीक्षा में बेहतर अंक दिलाने के नाम पर 250 रुपये वसूले।

वहीं, बोखड़ा प्रखंड के एक और अभिभावक ने बताया कि एक प्रधान शिक्षक ने करीब एक लाख रुपये मूल्य के पेड़ काटकर बेच दिए और इसकी राशि गबन कर ली। इसके अतिरिक्त, कई स्कूलों में छात्रों से ‘अपार कार्ड’ देने के नाम पर भी पैसे वसूले जाने की शिकायतें आई हैं। एक अन्य शिकायत में आरोप है कि एक शिक्षक ने बच्चों से प्रैक्टिकल परीक्षा में अच्छे अंक दिलाने के बदले 200 रुपये प्रति बच्चा लिया।

आरोपों की जा रही जांच

इन सभी आरोपों की जांच की जा रही है और यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिहार शिक्षा विभाग की यह पहल स्पष्ट रूप से यह संकेत देती है कि अब भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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