India News (इंडिया न्यूज), Bihar Education: बक्सर जिले के ब्रह्मपुर प्रखंड में फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वाले तीन नियोजित शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है। इन शिक्षकों के खिलाफ प्रखंड नियोजन इकाई ने सख्त कार्रवाई की है, जिसमें उनके वेतन की वसूली और प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के अनुसार, इन तीनों शिक्षकों ने फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर मध्य विद्यालयों में प्रखंड शिक्षक की नौकरी हासिल की थी। ये प्रमाणपत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद, वाराणसी से जुड़े थे, जो बाद में जांच में फर्जी पाए गए। मामले की जांच के बाद जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, बक्सर ने इन शिक्षकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया। बर्खास्त किए गए शिक्षकों में उमेश प्रसाद (मध्य विद्यालय, बड़की नैनीजोर), प्रवेश यादव (मध्य विद्यालय, चंद्रपुर) और भारत कुमार यादव (मध्य विद्यालय, गायघाट) शामिल हैं।
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नियोजन इकाई की बैठक में इन शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया, और अब उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही, इन तीनों के द्वारा लिए गए वेतन की वसूली की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, एक और शिक्षक को न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद बर्खास्त कर दिया गया। यह शिक्षक, सुदर्शन राम, मध्य विद्यालय, मनकी में कार्यरत थे और उन्हें इस साल मई में संगीन अपराध के मामले में सजा सुनाई गई थी।
शिक्षा विभाग ने दिए जांच के आदेश
जिला शिक्षा विभाग ने अब ब्रह्मपुर प्रखंड में चार और शिक्षकों के फर्जी प्रमाणपत्र की जांच के आदेश दिए हैं। इन चार शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच संबंधित विभाग द्वारा की जा रही है, और रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा विभाग अब फर्जी प्रमाणपत्र के मामलों में बेहद सख्त है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।