India News (इंडिया न्यूज), Patna High Court: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। परीक्षा में धांधली का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थी इसे रद्द कर री-एग्जाम कराने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में पटना हाईकोर्ट में आज (4 फरवरी) को सुनवाई होनी है, जिससे हजारों अभ्यर्थियों की उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। इससे पहले 31 जनवरी को सुनवाई होनी थी, लेकिन जज की छुट्टी के कारण इसे टाल दिया गया था।
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क्या परीक्षा होगी रद्द?
अभ्यर्थियों का कहना है कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुई हैं, जिसके कारण इसकी निष्पक्षता संदेह के घेरे में है। इस मामले को लेकर उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए 16 जनवरी को बिहार सरकार और बीपीएससी को 30 जनवरी तक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। हालांकि, कोर्ट ने 70वीं बीपीएससी पीटी के रिजल्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद आयोग ने परिणाम जारी कर दिया। हालांकि, अदालत ने यह स्पष्ट किया था कि अंतिम फैसला याचिका पर आने वाले निर्णय पर निर्भर करेगा।
गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी
री-एग्जाम की मांग को लेकर अभ्यर्थी लगातार पटना के गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। 31 जनवरी को अभ्यर्थियों ने पटना की सड़कों पर भी प्रदर्शन किया, जहां पुलिस के साथ उनकी झड़प भी हुई थी। अभ्यर्थियों को प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी की ओर से कानूनी सहायता भी दी जा रही है। इस मामले पर सभी की निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हुई हैं। संभावना है कि दोपहर तक अदालत इस पर कोई निर्णय सुना सकती है।
अगर कोर्ट परीक्षा रद्द करने का आदेश देती है, तो यह बीपीएससी के लिए एक बड़ा झटका होगा और अभ्यर्थियों के लिए राहत की बात होगी। वहीं, अगर कोर्ट याचिका खारिज कर देता है, तो अभ्यर्थियों का प्रदर्शन और तेज हो सकता है। अब देखना होगा कि हाईकोर्ट क्या निर्णय लेता है और यह अभ्यर्थियों के हित में कितना प्रभावी साबित होता है।