India News (इंडिया न्यूज), How Pakistan Helped Taliban: पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच बवाल बढ़ता ही जा रहा है। बीते दिसंबर में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर एयर स्ट्राइक करके बहुत बड़ी गलती कर दी, जिसमें 46 लोगों की जान चली गई थी, मरने वालों में कई बच्चे भी शामिल थे। जिसके बाद तालिबान सेना ने पाकिस्तान में घुसकर खूब तबाही मचाई। आज भले ही इन दोनों के बीच जानलेवा दुश्मनी हो गई है लेकिन एक वक्त पर मुसीबत में पाकिस्तान ने तालिबानियों की खूब मदद भी की है। हालांकि, अब तालिबान अपने पड़ोसी के उस एहसान को भूल गया है।
दरअसल, 2001 में अमेरिका ने अफगानिस्तान पर बड़ा हमला किया था। जिसके बाद तालिबान, अफगानिस्तान से बाहर निकाल दिया गया था। उस वक्त पाकिस्तान ने कई तालिबान नेताओं को शरण दी थीं। यही वजह है का जब 2021 में तालिबान सत्ता में लौटी तो पाकिस्तान की उम्मीदें जाग गईं। पाकिस्तान को उम्मीद थी कि अफगानिस्तान के साथ उनके संबंध ठीक हो जाएंगे। हालांकि, ये शहबाज शरीफ की सबसे बड़ी भूल साबित हुई। अब तालिबान के साथ पाकिस्तान की जंग जग जाहिर हो चुकी है।
उधर भारत के साथ संबंध अच्छे करने के लिए तालिबान पुरजोर कोशिश कर रहा है, जिससे पाकिस्तान और जल-भुन जा रहा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के खात्मे के सपने देखने वाले शहबाज शरीफ को तालिबान का भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाना पसंद नहीं आ रहा है। बता दें कि तालिबान के रक्षा मंत्री मोहम्मद याकूब मुजाहिद ने काबुल में भारत के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात ने पाकिस्तान के इरादों पर आग लगा दी थी।